• ३ हिन्दुओंकी मृत्यु जबकि ८ गंभीर रूप से घायल
• मोदी शासन हिंदूओंपर होनेवाला अन्याय दूर करेगा, अथवा कांग्रेस के समान ही दुर्लक्ष करेगा ?
कोलकाता : बंगाल के नादिया जिले में ४ मई को दोपहर को ३ बजे धर्मांधोने हिन्दुओंकी धार्मिक शोभायात्रा पर आक्रमण किया, जिस में जुरानपुर एवं नावडा गावों में हुए दंगों में ३ हिन्दू मारे गए एवं ८ हिन्दू गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें उपचारार्थ कोलकाता के रुग्णालय में भरती किया गया है। इन में ३ हिन्दुओंकी प्रकृति गंभीर है। इस समय धर्मांधोंद्वारा मार्ग बंद करने से अनेक घायल हिन्दुओंको रुग्णालय ले जाना संभव नहीं हुआ। (आग से निकलकर चिता में पडे बंगाल के हिन्दू ! पहले वहां के हिन्दुओंने साम्यवादियोंको चुना; परंतु साम्यवादियोंने धर्मांधोंकी चापलूसी कर हिन्दुओंपर अन्याय ही किया। तत्पश्चात हिन्दुओंने तृणमूल कांग्रेस को चूना; परंतु हिन्दुओंपर होनेवाले अत्याचार न्यून नहीं हुए, अपितु उन में वृद्धि ही हुई ! इस स्थिति को परिवर्तित करने हेतु अब ‘हिन्दू राष्ट्र’ अनिवार्य है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
१. कालीrगंज पुलिस थाने की सीमा में जुरानपुर गांव में हिन्दुओं ने पारंपरिक धार्मिक शोभायात्रा निकाली थी। यह शोभायात्रा पूर्वस्थली के जमालपुर की ओर निकलने पर एक मस्जिद के सामने से जाते समय धर्मांधों ने इस शोभायात्रा पर जानलेवा शस्त्रों से आक्रमण किया।
२. इस आक्रमण को हिन्दुओं ने प्रत्युत्तर देने पर भीषण दंगा हुआ। इस दंगे का परिणाम समीप के नावडा तक पहुंच कर वहां भी धर्मांधों ने हिन्दुओं पर आक्रमण किया। इस आक्रमण में मारू हाजरा, असोमोय हाजरा एवं शांता हाजरा इन ३ हिन्दुओं की मृत्यु हो गई, जबकि अनेक लोग घायल हो गए। इन में ८ घायल हिन्दुओं को रुग्णालय में भरती किया गया है।
३. इन में ३ गंभीर रुप से घायल हिन्दुओं को कोलकाता के रुग्णालय में ले जाया गया है तथा उन का स्वास्थ्य गंभीर है। धर्मांधों ने गांव से रुग्णालय को जानेवाले सभी मार्ग अडाकर रखने से शेष हिन्दुओं को रुग्णालय में भरती करना संभव नहीं हुआ।
४. इस घटना में हिन्दुओं के अनेक घरों को आग लगाई गई। घटनास्थल पर पहुंचे पुलिस में ८ पुलिस धर्मांधों के आक्रमण में घायल हो गए हैं।
यह शोभायात्रा पूर्वस्थली के जमालपुर को निकलने पर एक मस्जिद के सामने से जाते समय धर्मांधों ने इस शोभायात्रा पर जानलेवा शस्त्रों से आक्रमण किया। घटनास्थल पर आई पुलिस में ८ पुलिस धर्मांधों के आक्रमण में घायल हो गए हैं। (धर्मांधों के आक्रमण में घायल होनेवाली पुलिस हिन्दुओं की रक्षा कैसे करेगी ? ऐसी पुलिस की आवश्यकता ही क्या है ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात) पुलिस को परिस्थिति पर नियंत्रण पाने में विफलता मिली।
पुलिसद्वारा घटना को दबाने का प्रयास
दंगे में मारे गए ३ हिन्दुओं के मृतदेह कृष्णनगर रुग्णालय से लाए गए हैंं। उन पर नावडा गांव से बहुत दूर रहनेवाले कृष्णनगर जिला मुख्यालय के स्थान पर ही अंतिम संस्कार करने चाहिए, ऐसा दबाव पुलिसद्वारा मृतकों के सगेसंबंधियों पर डाला जा रहा है। (धर्मांधों का आतंक समाप्त करने की अपेक्षा हिन्दुओं पर ही दबावतंत्र का उपयोग करनेवाली पुलिस दंगे में धर्मांधों द्वारा घायल होती है, तो क्या कभी हिन्दुओं को दु:ख होगा ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात) परंतु सगेसंबंधी एवं ग्रामीणों ने निश्चित किया कि मृतकों पर नावडा में ही अंतिम संस्कार होंगे।’
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात