इलाहाबाद (उत्तर प्रदेश) – अमेठी में अल्पसंख्याक के लोगों को बांटी जा रही एक पुस्तक चर्चा का विषय बनी हुई है। इस पुस्तक में हिंदू देवी-देवताओं व प्राचीन काल के ऋषि मुनियों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है। इतना ही नहीं इस पुस्तक में जिले के ही आलाधिकारी समेत कई लोगों ने अपनी शुभकामनाएं दी हैं।
वहीं, ब्राह्मण समाज का कहना है कि उसने इसकी शिकायत जिला प्रशासन से की है जबकि प्रशासन इस मामले से अपने आप को अनभिज्ञ बता रहा है।
दरअसल, ये मामला है अमेठी के कमासिन गांव का है। जहां अल्पसंख्याक के लोगों द्वारा बीते तीन मई को एक कार्यक्रम के दौरान पुस्तक का विमोचन किया गया। इसके बाद इस पुस्तक को अल्पसंख्याक के लोगों में वितरित किया गया। इस मामले की जानकारी मिलते ही स्वाभिमान ब्राह्मण समाज ने पत्र भेज कर जिला प्रशासन से मामले की शिकायत की है। ब्राह्मण समाज के जिलाध्यक्ष की माने तो इस पुस्तक में देवी देवताओं व प्राचीन ऋषि मुनियों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां की गई हैं। सबसे चौकाने वाली बात तो ये है मुसाफिखाना एसडीएम समेत कई अन्य जिले के अधिकारियों व राजकीय कर्मचारियों ने इस पुस्तक में अपनी शुभकामनाएं दी हैं।
फिलहाल ब्राह्मण समाज ने इस पुस्तक पर प्रतिबंध लगाने के साथ-साथ सभी दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। जिलाध्यक्ष सुधीर रंजन ने इस मामले से अनभिज्ञता जताई है। जिलाधिकारी की माने तो इस मामले की अगर कोई शिकायत करता है तो उसकी जांच करा कर कार्रवाई की जाएगी।
स्त्रोत: न्यूज 18