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धर्मांधके साथ पलायन कर हिंदु लडकीने इस्लाम धर्म स्वीकारा

पौष पूर्णिमा, कलियुग वर्ष ५११५

हिंदु लडकियोंको धर्मशिक्षा न रहनेके कारण ही वे धर्मान्धोंके लव जिहादके जालसे आकर्षित होती हैं तथा इस्लाम धर्म स्वीकार कर पश्चात अपना जीवन उद्ध्वस्त कर लेती हैं !

हिंदुओंको धर्मशिक्षा मिलने हेतु ‘हिंदु राष्ट्र’ की स्थापना करना अनिवार्य है !

मुंबई : यहांके कांदिवलीमें फिरोज मोईद्दीनने (आयु २१ वर्ष) अल्पायु हिंदु लडकीको प्रेमके जालमें फंसाया । तदुपरांत उस लडकीने लडकेके साथ पलायन किया । अब उस लडकीके उससे विवाह कर इस्लाम धर्म स्वीकारनेकी घटना सामने आई है ।

इस संदर्भमें विस्तृत समाचार

१. जिहादी लडका एवं अल्पायु लडकीके प्रेमको लडकीके परिवारजनोंका विरोध था । इसलिए दोनोंने पलायन कर विवाह करनेका निर्णय लिया । लडकीके परिवारजनोंद्वारा अल्पायु लडकीका अपहरण करनेके संदर्भमें परिवाद करनेपर पुलिसद्वारा सर्वत्र शोधन करना आरंभ किया गया; परंतु दोनोंके भ्रमणध्वनि बंद थे एवं दोनों अपने रहनेके स्थान निरंतर बदल रहे थे । इसलिए पुलिस उनका पता नहीं लगा पाई ।

२. लडकीके अल्पायु होनेकी बात ज्ञात होते हुए भी इस संदर्भमें कहींपर भी चर्चा न करनेके कारण पुलिसद्वारा फिरोजके पिता मोईद्दीन शेखको १० दिनोंतक पुलिस कोठरीमें रखा गया । यह ज्ञात होते ही वह लडकी विवाह करनेके पश्चात एवं मुसलमान धर्म स्वीकार कर फरहा फिरोज नाम धारण कर जब न्यायालयमें आई एवं उसने कहा कि मेरे १८ वर्ष पूरे हो गए हैं । इसलिए हम दोनोंने न्यायालयमें  विवाह किया है, तब पूरी घटनाका पता चला ।

३. लडकीने पुलिससे कहा कि विवाह होनेपर मैंने इस्लाम धर्म स्वीकार लिया है । इसलिए अब यह बंद होना चाहिए ।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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