पौष पौर्णिमा, कलियुग वर्ष ५११५
हिंदुओ, बलाढ्य हिंदुत्ववादी संगठन तथा पक्षोंके निष्क्रिय होनेके कारण धर्मबांधवों हेतु आप ही क्रियाशील बनें !
ढाका – बांगलादेशमें हाल ही में संपन्न हुए चुनावकी कालावधिमें मुसलमानेतरों विशेषकर हिंदुओंपर हुए तथा अभी भी हो रहे आक्रमण तुरंत तथा स्थायी रूपसे रोके जाएं, आशिया मानवाधिकार समितिने ऐसी मांग की है । मानवाधिकार समितिके निरीक्षणानुसार ये आक्रमण केवल विरोधी पक्षोंके कार्यकर्ताओंद्वारा ही न होकर उसमें सत्ताधारी पक्षके कार्यकर्ता भी अंतर्भूत हैं, यह बात सामने आई है ।
बांगलादेश स्थित पुलिस तंत्र, तथा सेना चुनावकी व्यवस्थामें व्यस्त होनेके कारण हिंदुओंपर होनेवाले आक्रमणोंके विरुद्ध उन्हें सुरक्षा प्राप्त नहीं हो सकी । धर्मांध मुसलमानोंने इसका अपलाभ लिया । इस आक्रमणसे पीडित सहस्रों हिंदू अपना घरबार छोडकर अन्यत्र आश्रय लेने गए हैं, तथा अनेक लोग अभी भी ठंडके दिनोंमें खुले मैदानमें सो रहे हैं । प्रशासन तथा विरोधी पक्ष इन आक्रमणोंका दायित्व एकदूसरेपर धकेल रहे हैं ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात