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मुंबई, ठाणे तथा रायगढ जिलोंके प्रांतीय हिंदू अधिवेशनमें हिंदुनिष्ठोंके उद्बोधक विचार !

माघ कृष्ण पक्ष १, कलियुग वर्ष ५११५

हिंदू जनजागृति समितिकी ओरसे कोपरखैरने, मुंबई स्थित महालक्ष्मी मंदिरके सभागृहमें ११ एवं १२ जनवरीकी कालावधिमें प्रांतीय हिंदू अधिवेशन संपन्न हुआ । अधिवेशनमें सम्मिलित हुए हिंदुनिष्ठ व्यक्तियोंके उद्बोधक विचार यहां दे रहे हैं ।

लव जिहाद रोकने हेतु अभिभावक सतर्क रहें ! – श्री. सुजीत गुप्ता, बजरंग दल, मुंब्रा

जिहादीयोंको लव जिहादहेतु ‘पाप्यूलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ की ओरसे धन तथा प्रशिक्षण दिया जाता है । वे हिंदु लडकियोंको प्रेमके जालमें फासकर विपरीत मार्गपर ले जाते हैं । लव जिहाद रोकने हेतु अभिभावक सतर्क रहें ।

हिंदू जनजागृति समितिद्वारा प्रकाशित लव जिहाद ग्रंथके कारण उस संदर्भकी घटनाओंका परामर्श लेनेमें सहायता  ! – डाॅ. उपेंद्र डहाके, कल्याण नगर उपाध्यक्ष, भाजपा

हमने अनेक हिंदु लडकियोंका प्रबोधन कर उन्हें लव जिहादसे बाहर निकाला, तथा इसमें हिंदू जनजागृति समिति, सनातन संस्था, विश्व हिंदू परिषद, तथा बजरंग दलके कार्यकर्ताओंने सहयोग दिया । समितिद्वारा प्रकाशित लव जिहाद ग्रंथके कारण लव जिहादकी घटनाओंका परामर्श लेनेमें प्रचुर सहायता होती है । मैं भी रुग्णालयमें  रुग्ण व्यक्तियोंको लव जिहादका ग्रंथ भेंटस्वरूप देता हूं ।

लव जिहाद यदि न रोका गया तो हिंदुओंका वंशविच्छेद निश्चित ! – अधिवक्ता श्री. सिद्धेश पाटिल

हिंदुओं हेतु लव जिहाद एक गंभीर व्याधि है, तथा इस व्याधिके ‘जीवाणु’ (वाइरस) जिहादी लडके हैं । लव जिहाद रोकना, प्रत्येक हिंदुका कर्तव्य है । हिंदु माता-भगिनी अपनी पीढी बढाती है । लव जिहादके कारण यदि वह जिंदा न बची, तो आपका वंशविच्छेद निश्चित है ।

मस्जिदें पूर्वकालमें मंदिर होनेसे हिंदुओंका उन्हें नियंत्रणमें लेना आवश्यक ! – श्री. गोविंद नाईक, अध्यक्ष, हिंदू साम्राज्य सेना ।

मस्जिदोंके ऊपर लगे ध्वनिक्षेपकोंके कारण होनेवाला ध्वनिप्रदूषण टालने हेतु विविध दल आवश्यक । उस हेतु स्थानीय पुलिसमें आवेदन प्रविष्ट करना आवश्यक । अनेक मस्जिदें पूर्वकालमें मंदिर थे । उन्हें हमें नियंत्रणमें लेना है, यह ध्यानमें रखें ।

हिंदू संगठित न हों, इस हेतु संतोंकी अपकीर्ति फैलाई जाती है ! – श्री. ईश्वरप्रसाद खंडेलवाल, राष्ट्रीय अध्यक्ष, लश्कर-ए-हिंद

विश्वमें यदि मानवताका अस्तित्व कायम रखना हो, तो हिंदु राष्ट्र ही आवश्यक । हिंदु धर्मने कभी किसीके साथ बलप्रयोग अथवा अन्याय नहीं किया । जो धर्म सभीका पूजन करता हो, वह आतंकवादी कैसे हो सकता है ? आज हिंदू संगठित न हों, इस हेतु संतोंकी अपकीर्ति की जा रही है । इसे रोकने हेतु संगठित होकर लडना ही एक उपाय है । उस दृष्टिसे हिंदू अधिवेशन सकारात्मक आशावाद प्रतीत होता है ।

‘भगवा आतंकवाद’, कहनेवालोंको तिनकेकी तरह उखाडकर फेंकें ! – ह.भ.प. एकनाथ महाराज सदगीर, विश्व हिंदु परिषद, कोकण प्रांत संपर्कप्रमुख

नेता कश्मीर तथा जिहादीबहुल क्षेत्रमें जाकर उन्हें खुश करने हेतु हिंदुओंको ‘भगवे आतंकवादी’ ठहरा रहे हैं, यह दुर्भाग्यपूर्ण है । हिंदु आतंकवादके आरोपोंके षड्यंत्रका सामना करने हेतु प्रयासोंकी गति बढाना आवश्यक ! ‘भगवा आतंकवाद’ कहनेवालोंको तिनकेकी तरह उखाडकर पेंâकना आवश्यक ! हिंदु संप्रदायोंको नेताओंने गाली बना दिया है । अत: हमें हिंदुओं तथा हिंदु संप्रदायोंकी शक्ति दिखानी पडेगी ।

हिंदू इतिहासका विकृतीकरण रोककर समाजको सही इतिहास बताएं ! – श्री. समीर दळवी, हिंदू साम्राज्य सेना

हिंदुस्थानमें हिंदू घबराकर तथा अत्याचार सहकर स्वयंको जीवित रखे यह झूठा इतिहास है तथा साथ ही इतिहासका विकृतीकरण है । यह रोककर सही इतिहास समाजके सामने रखना आवश्यक है ।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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