अम्बाला – मोरनीमें विश्व का सबसे विशाल हर्बल पार्क विकसित किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग हरियाणा द्वारा स्वामी रामदेव के सहयोग मार्गदर्शन से लगभग ५२ हजार एकड़ क्षेत्र में विकसित किए जाने वाले इस हर्बल पार्क में विभिन्न बीमारियों के इलाज मेंं प्रयोग होने वाले हजारों किस्म के पौधे और जड़ी-बूटियां उगाई जाएंगी। यही नहीं इस पार्क में विदेशों से भी हजारों ऐसे पौधे और जड़ी-बूटियां मंगवाई जाएंगी जो विभिन्न बीमारियों के उपचार मे सहायक सिद्घ हो सकती हैं। यह जानकारी स्वास्थ्य एवं खेल मंत्री अनिल विज ने दी। विज ने शुक्रवार को अपने निवास स्थान पर मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि इस पार्क की रूपरेखा तैयार करने और अलग-अलग पौधे जड़ी-बूटियों को उगाने के लिए उपयुक्त स्थानों का चयन करने केे लिए स्वामी रामदेव के सहयोगी आचार्य बालकृष्ण 9 मई को मोरनी क्षेत्र का दौरा करेंगे। उन्होंने बताया कि यह विश्व का अपने स्तर का एक विशेष हर्बल पार्क होगा और पार्क का उद्देश्य हरियाणा पूरे देश में आयुर्वेद चिकित्सा पद्घति को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि प्राचीन काल से ही आयुर्वेद के क्षेत्र में भारत विश्व गुरू की भूमिका अदा करता रहा है और उसी पुराने वैभव को हासिल करने के लिए यह प्रयास आरंभ किए गए हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार से भी इस पार्क के विकसित करने में सहयोग लिया जाएगा। इसके लिए वह स्वयं जल्द ही केंद्रीय पर्यावरण और वन मंत्रालय के मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियो से मुलाकात करेंगे।
उन्होंने कहा कि आयुर्वेदिक प्रणाली केवल महंगी चिकित्सा प्रणाली की तुलना में बहुत सस्ती है, बल्कि आयुर्वेद के माध्यम से की जाने वाली चिकित्सा बीमारियों के स्थाई समाधान में अधिक प्रभावी है।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर