लखीमपुर खीरी – शहर के चांदमारी रोड स्थित नौरंगाबाद मोहल्ले में मौलवी जमाल अहमद के घर में शनिवार सुबह करीब नौ बजे तेज धमाका हुआ, जिसमें उनके चार वर्र्षीय बेटे अबू उबैदर की मौत हो गई। एसपी अरविंद सेन ने घटनास्थल का मौका-मुआयना किया है। धमाके का कारण जानने के लिए फोरेंसिक टीम और पुलिस ने साक्ष्य जुटाए हैं। पुलिस ने कंप्यूटर के सीपीयू समेत कई वस्तुओं को जांच के लिए कब्जे में ले लिया है।
बताया जाता है कि जिस समय धमाका हुआ, चार साल का अबू उबैदर घर के एक कमरे में खेल रहा था। धमाके की चपेट में आकर बालक उछला और दीवार से जा टकराया। धमाके की आवाज सुनकर बालक की मां शकीला बानो कमरे में पहुंचीं तो बालक लहुलूहान हालत में पड़ा मिला। इस बीच धमाके की आवाज सुनकर पड़ोसी भी मौलवी के घर पहुंच गए। आनन-फानन में बालक को जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिवार वालों ने पहले तो सिलेंडर में धमाका होना बताया लेकिन बाद में पटाखे का दगना बताया। हालांकि धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के लोग सहम गए। कमरे में पड़े तख्त का एक हिस्सा भी चकनाचूर हो गया।
घटना की जानकारी मिलते ही एसपी अरविंद सेन मौके पर पहुंच गए। एसएसआई एसपी यादव के नेतृत्व में पहुंची पुलिस टीम ने घर की जांच-पड़ताल की और कंप्यूटर के सीपीयू, करीब आधा दर्जन पुराने मोबाइल सेट और इलेक्ट्रानिक पुर्जों को कब्जे में ले लिया। फोरेंसिक टीम के प्रयोगशाला सहायक विमल श्रीवास्तव ने मौैके की जांच कर बारूद के कण लगे तख्त के टुकड़े, मिट्टी और खून लगे नमूने लिए हैं, जिन्हें जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा जाएगा।
मृतक बालक के परिवार वालों ने पटाखे का धमाका होना बताया है। पूरे मामले की गहनता से जांच कराई जा रही है। फोरेंसिक लैब से नमूनों की रिपोर्ट आने के बाद ही धमाके में प्रयोग हुई सामग्री का पता चल सकेगा। डॉक्टरों ने बच्चे की मौत का कारण शॉक और हेमरेज (अत्यधिक खून बहना) बताया है। उसके शरीर पर चोटों के तीन निशान पाए गए हैं।
स्त्रोत : अमर उजाला