नई दिल्ली – दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत, नेपाल और चीन में मंगलवार को भूकंप के चार झटके महसूस किए गए। भूकंप का पहला झटका दोपहर १२.३५ बजे आया। इसकी रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता ७.४ बताई गई है। इसके बाद १२ बजकर ४७, एक बजकर ११ मिनट और चौथा झटका २ बजे महसूस किया गया। इसका प्रभाव दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश में भी महसूस किया गया। उत्तर प्रदेश के संभल और हमीरपुर में घर गिरने से दो व्यक्ति की मौत की खबर है। वहीं, बिहार में पटना के नजदीक दानापुर में दीवार गिरने से एक मजदूर की मौत हो गई। जानकारी के मताबिक, नेपाल के काठमांडू से ८२ किमी दूर कोडारी के करीब चीन की सीमा के पास झाम भूकंप का केंद्र था। जमीन के १९ किमी अंदर इस भूकंप का केंद्र था। इसके अलावा, पाकिस्तान और बांग्लादेश में भी आए भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। बता दें कि २५ अप्रैल को नेपाल में ७.९ तीव्रता वाला भूकंप आया था जिसके बाद भारी तबाही मची थी।
भूकंप के ताजा झटकों के बाद दिल्ली-एनसीआर में मेट्रो का संचालन रोक दिया गया है। लोग इमारतों से बाहर आकर खड़े हो गए। कोलकाता में भी मेट्रो ट्रेन के संचालन को रोक दिया गया। दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट का भी कामकाज रोक दिया गया।
नेपाल: भूकंप से इमारत गिरने से चार की मौत, भूस्खलन में १२ घायल
काठमांडू – नेपाल-भारत समेत दक्षिण एशिया में मंगलवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। २५ अप्रैल को आए भूकंप की त्रासदी से उबरने की कोशिश कर रहा नेपाल भी इन झटकों से हिल उठा। नेपाल के चौतारा में इमारत गिरने से चार लोगों की मौत हो गई। वहीं, सिंधुपाल चक में जमीन खिसकने से १२ लोग घायल हो गए। नेपाल में तीन जगह भूस्खलन की खबर है। उधर, नुकसान से बचने के लिए काठमांडू एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया है। काठमांडू जा रही जेट एयरवेज की फ्लाइट को लखनऊ डायवर्ट कर दिया गया है। एवरेस्ट बेस कैंप भी खाली कर लिया गया है। काठमांडू के घंटाघर में दरार आ गई है और घड़ी बंद हो गई है। बता दें कि २५ अप्रैल को आए ७.९ तीव्रता के भूकंप से नेपाल में ८००० से ज्यादा लोग मारे गए। अब तक नेपाल में छह भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं।
स्थानीय समयानुसार पहला झटका दोपहर १२.३८ मिनट पर और दूसरा १.११ मिनट पर महसूस किया गया। अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर ७.४ थी। इसका केंद्र चीन के झाम से २१ किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में था, जो माउंट एवरेस्ट के नजदीक है। ये झटके पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश तक झटके महसूस किए गए।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर