इस पूरे प्रकरण को देखने पर अब प्रश्न ये उठता है कि, बहुसंख्यक हिन्दुआें के मतों के कारण जीतकर आए प्रधानमंत्री मोदीजी इस संदर्भ में क्या करते हैं ? मोदीजी ने इंडोनेशिया शासन को राजनैतिक स्तर पर इस संदर्भ में आगे आकर चर्चा करनी चाहिए । साथ ही, हिन्दुआें को भी बाली के हिन्दू बंधुआें की रक्षा हेतु मोदी शासन पर दबाव डालना चाहिए ।
इस्लामी राष्ट्र इंडोनेशिया के द्वीपों में से एक है बाली द्वीप !
प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर इस द्वीप के बेनोआ तट पर प्रतिवर्ष विश्व भर से पर्यटक आते हैं । अनेक लोग बाली को विश्व का स्वर्ग मानते हैं । परंतु बाली में विशेष ऐसा क्या है कि जो हिन्दू वार्ता आपको बताना चाह रही है ?
इंडोनेशिया विश्व में सर्वाधिक मुसलमान जनसंख्यावाला देश है ।परंतु इंडोनेशिया के बाली द्वीप पर लगभग नब्बे प्रतिशत लोग हिन्दू हैं । बाली के हिन्दुआें ने यहां की हिन्दू संस्कृति और सभ्यताआें को आज भी जीवित रखा है । बाली में अनेक प्रसिद्ध हिन्दू मंदिर हैं ।
आज तक इंडोनेशिया में बाली को विशेष संरक्षित क्षेत्र का दर्जा प्राप्त था; परंतु पिछले वर्ष से बाली के हिन्दुआें पर धर्मसंकट मंडरा रहा है । बाली का बेनोआ तट संकट में है ।
पिछले वर्ष इंडोनेशिया के तत्कालीन राष्ट्रपति युद्धोयोनो की सरकार ने बाली का संरक्षित क्षेत्र का दर्जा निरस्त करने का आदेश दिया है । इसके माध्यम से शासन बाली के बेनोआ तट पर एक आधुनिक नगर बसाने की सोच रही है । परंतु विश्व स्तर के निसर्गप्रेमी और बाली के हिन्दू इसके विरोध में हैं ।
निसर्गप्रेमियों का कहना है कि, इस आधुनिक नगर के निर्माण के कारण बाली का वैविध्यपूर्ण समृध्द समुद्री जीवन संकट में पड जाएगा । यहां हिन्दुआें को भय है कि इस नगर के निर्माण से सैकडों वर्षों से चली आ रही बाली की हिन्दू पहचान संकट में पड जाएगी । क्योंकि शासन के इस प्रकल्प से इंडोनेशिया से बाली में लोगों का बडी मात्रा में स्थानांतर होगा, जिससे कट्टरपंथी विचारधारा बाली में भी आ जाएगी । इसीलिए बाली के हिन्दू नेताआें ने इस संदर्भ में चिंता व्यक्त की है ।
इस संदर्भ में आगे दिए लिंक पर एक ऑनलाइन याचिका भी प्रविष्ट की गई है । याचिका की
लिंक : goo.gl/ePc6Dy
इस याचिका पर हस्ताक्षर अर्थात सिग्नेचर करें !
स्त्रोत : हिन्दु वार्ता