Menu Close

एक नगरमें हिंदू धर्मजागृति सभाके स्थानपर मद्यप्राशन किए एक पुलिस आयुक्तालयके लिपिकाका संदेहास

माघ कृष्ण पक्ष ४, कलियुग वर्ष ५११५

लिपिकने सभास्थलपर बालकार्यकर्ताओंके कक्षमें स्थित लडकीका छायाचित्र मुद्रित कर कोरे कागदपर उसके हस्ताक्षरकी मांग की !

हिंदुओंके सभा स्थलोंपर ऐसे कृत्य करनेवाले हिंदुद्वेषी पुलिस कर्मचारी क्या अन्य धर्मियोंके कार्यक्रम स्थलपर इस प्रकारका कृत्य करनेका दुस्साहस करेंगे ? हिंदु राष्ट्रमें ऐसे हिंदुद्वेषियोंको आजन्म कडी साधना करनेका दंड दिया जाएगा !

नवी देहली – हिंदू जनजागृति समितिद्वारा एक नगरमें हिंदू धर्मजागृति सभाका आयोजन किया गया । इस सभाके प्रवेशद्वारपर हिंदू जनजागृति समितिके बालकार्यकर्ताओंका `महान भारतीय संस्कृतिकी रक्षा करें’, यह कक्ष आयोजित किया गया था । इस कक्षपर पारंपारिक वेशभूषा परिधान किए बालकार्यकताओंद्वारा हस्तांदोलनकी अपेक्षा हाथ जोडकर नमस्कार करें, हेलोकी अपेक्षा नमस्कार कहें, इस प्रकार हिंदु संस्कृतिके अनुसार आचरण करनेका आवाहन किया जा रहा था । उस समय उस कक्षपर मद्यप्राशन किए एक व्यक्ति आए । उस व्यक्तिने भ्रमणभाषपर झांसीकी रानीकी वेशभूषा परिधान किए ११ वर्षकी बालकार्यकर्तीके २ छायाचित्र मुद्रित किए । तदुपरांत कोरे कागदपर उसके हस्ताक्षरकी मांग की; इसलिए वह कार्यकर्ती रोने लगी।

उस समय वहां उपस्थित हिंदू जनजागृति समितिके कार्यकर्ताओंने इस प्रकार हस्ताक्षर मुद्रित न करनेके संदर्भमें उस व्यक्तिको फटकारा । उस समय उस व्यक्तिकी अधिक जांच एवं पूछताछ करनेके पश्चात उसने अपना नाम बताया । उसने बताया कि वह एक नगरमें पुलिस आयुक्तालयमें लिपिक है तथा इस नगरका ही निवासी है । हिंदू जनजागृति समितिके कार्यकर्ताओंने उस व्यक्तिको बुलाकर भ्रमणभाषपर मुद्रित किए छायाचित्र निकालनेके लिए बाध्य किया !

दो दिनोंके पश्चात समितिके एक कार्यकर्ताने उस लिपिकको बुलाकर उसने भ्रमणभाषमें होनेवाले छायाचित्र मुद्रित किए अथवा नहीं, इस विषयमें पूछताछ की । उस समय उस लिपिकने बताया कि झांसीकी रानीकी वेशभूषा परिधान करनेवाली लडकी देवीके समान सुंदर दिखाई देरही थी, अतः उसका छायाचित्र निकाला । समितिके कार्यकर्ताओंने उस लिपिकको लडकीके हस्ताक्षरके संदर्भमें पूछताछ की, तो उसने बताया कि छायाचित्र अच्छा लग रहा था तथा छायाचित्रके नीचे उसके हस्ताक्षर हों, इसलिए हस्ताक्षरकी मांग की । उस समय समितिके कार्यकर्ताने उस लिपिकको बताया कि इस प्रकार किसीकी अनुमतिके बिना छायाचित्र निकालना अनुचित है । तदनंतर समितिके कार्यकर्ताने उस लिपिकको भ्रमणभाषपर मुद्रित किए गए छायाचित्र निकालनेके लिए प्रेरित किया । अंतमें उस लिपिकने क्षमा मांगी ।

सनातनके साधक तथा हिंदू जनजागृति समितिके कार्यकर्ताओंको सूचना !

अजनबी व्यक्तियोंद्वारा साधकोंके छायाचित्र मुद्रित करते समय उसे त्वरित रोकें !

सनातन संस्था तथा हिंदू जनजागृति समितिद्वारा समाजमें अनेक स्थानोंपर राष्ट्र एवं धर्म जागृति हेतु पृथक-पृथक अभियान आयोजित किए जाते हैं । इन अभियानोंके स्थानपर ग्रंथप्रदर्शनी, बालकक्ष, फलक प्रदर्शनीका आयोजन किया जाता है । ऐसे स्थानोंपर यदि कोई अजनबी व्यक्ति साधकोंके छायाचित्र मुद्रित कर रहा है अथवा कोरे कागदपर हस्ताक्षर मांग रहा है, तो चुपचाप बैठकर देखनेकी अपेक्षा उसका चेहरा स्पष्ट दिखाई दे, इस प्रकारकी पार्श्वभूमिवाले ५-६ छायाचित्र मुद्रित करें । साथ ही ऐसा कृत्य करनेसे उसे त्वरित रोकें तथा इस संदर्भमें उत्तरदायी कार्यकर्ताओंको सूचित करें ।

 

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *