माघ कृष्ण पक्ष ५, कलियुग वर्ष ५११५
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गाजियाबाद – आम आदमी पार्टी (आप) के मुख्यालय पर तोड़फोड़ व हंगामा करने के आरोपियों की रिहाई की मांग को लेकर हिंदू संगठनों ने रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर धरना दिया।
धरने में आरोपियों के परिजन भी शामिल रहे। धरने पर बैठे लोगों व परिजनों का कहना था कि हिंदुओं की अस्मिता से खिलवाड़ करने वाली पार्टियां अधिक दिन नहीं चलेंगी। दोपहर तक धरने पर बैठे रहे लोगों को सीओ इंदिरापुरम ने मौके पर पहुंचकर आश्वासन के बाद उठाया।
सीओ ने कहा कि किसी को भी फर्जी नहीं फंसाया जाएगा। इसको लेकर विवेचना हो रही है। हिंदुस्थान निर्माण दल के यूपी प्रभारी धर्मेद्र सिंह निर्वाण ने कहा कि आप का पाप ज्यादा दिन तक नहीं चलेगा। साथ ही, कहा कि हिंदू नौजवानों पर गलत ढंग से प्राथमिकी दर्ज की गई है। सुबह केजरीवाल के घर के बाहर जमा हिंदू संगठनों के लोगों ने अपनी बात कहने के लिए उनकी कार को घेर लिया। पुलिस ने लोगों को किसी तरह कार के आगे से हटाया। केजरीवाल ने किसी से बात नहीं की, जिससे लोगों में उबाल आ गया। ऐसे में वहीं गेट के सामने काफी संख्या में लोग धरने पर बैठ गए।
बुजुर्ग मां ने सुनाई खरी-खोटी
हंगामे में आरोपी व जेल में निरुद्ध अनिल यादव की ७० वर्षीय मां ने बेटे की वकालत में केजरीवाल व पुलिस प्रशासन को खूब खरी-खोटी सुनाई। उन्होंने कहा कि 'पुलिस तो गुंडन की है। सही आदमी की रिपोर्ट तो लिखी भी ना जाती। यू केजरीवाल को जुल्म ना चलेगो।' वह अपनी बात पूरी दमदारी से रख रही थीं, लेकिन उसकी सुनने वाला वहां कोई नहीं था। वहीं महिलाएं तथा बच्चे तख्ती व बैनर पर लिखकर अपने करीबियों को निर्दोष बता रहे थे। इसके साथ ही उनमें फंसाए जाने का गुस्सा भी था।
जेल में बंद हिंदू रक्षा दल के अध्यक्ष भूपेंद्र तोमर उर्फ पिंकी चौधरी के घर से उनके छोटे-छोटे भांजे व महिलाएं भी आई थीं। इनका भी यही आरोप था कि चौधरी के साथ गलत हुआ है। लोगों का कहना था कि हिंदुस्तान के विरोध में बात करने वाले का विरोध करना कौन सा जुर्म है। कश्मीर देश का अभिन्न हिस्सा है और उसके बारे में जो गलत टिप्पणी करेगा, उसे माफ नहीं किया जाएगा।
स्त्रोत : दैनिक जागरण