कुछ दिन पूर्व बंगाल के नादिया जिले के कालीगंज में कट्टरपंथियों द्वारा हिंदुआेंपर किए आक्रमणकी घटना ताजी ही थी, कि इसी जिले के हन्सखाली में चार सौ कट्टरपंथियों ने हिंदु परिवारों पर सशस्त्र आक्रमण किया ।
यहां के श्री. बिमान घोष की हन्सखाली बाजार में कपडे की दुकान है । दुकान के दरवाजे की एक ट्रक की टक्कर से हानी हुई । यह ट्रक स्थानीय गुंडों की टोली की प्रमुख पापिया मोण्डल नामक मुसलमान महिला का था । पापिया पुलिसकी सहायता से बांगलादेश सीमापर महिलाआें की तस्करी कर उन्हें वेश्याव्यवसाय में धकेल ने का अपराध करती थी । बिमान घोष जब अपनी दुकान की हानी-भरपाई मांगने के लिए पापिया के पास गए, तब वह क्रोधित हो गई । उसके बेटे ने आठ मई को बिमान घोष और उनके भाई को बीच सडक पर पीटा और भाग गया । तदुपरांत पापियाने ऐसा दिखाया कि घोष बंधुआेंने उसके बेटे का अपहरण कर लिया है और पुलिस में परिवाद लिखाया ।
९ मई को कुछ अज्ञात लोगोंने एक धर्मांध के खेत में छोटी-मोटी आग लगाई । उसको बहाना बनाकर मस्जिद के ध्वनिवर्धक से जिहादीयोंको उत्तेजित किया गया । लगभग ४०० कट्टरपंथियों की भीड ने प्राणघातक शस्त्रों के साथ घोष परिवार के घर पर आक्रमण कर उन्हें पीटा । जिससे वे घायल हुए । उनके दोपहिया और चारपहिया सुमो वाहनोंको भी बडी हानी पहुंचाई गई । इन
गुंडोंने घोष के पशुआेंको भी चुरानेके प्रयास किए । परंतु वह असफल होनेपर पशुआेंपर शस्त्रों से वार किए गए ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात