माघ कृष्ण पक्ष सप्तमी, कलियुग वर्ष ५११५
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भारतके कांग्रेसी राजनेता डरपोक हैं ! ऐसी स्थितिमें क्या कभी इस प्रकारका कृत्य होगा ? बांग्लादेशके हिंदुओंके विषयमें कुछ भी भाष्य न करनेवाले नरेंद्र मोदी यदि प्रधानमंत्री बने, तो क्या वे कभी ऐसी कार्यवाही करेंगे ?
बांग्लादेश एवं पाकिस्तानके हिंदुओंकी रक्षाके लिए सैनिकी कार्यवाही करनेवाले राजनेता सत्तामें लाने हेतु ‘हिंदु राष्ट्र’ ही चाहिए !
भारतके नहीं, अपितु बांग्लादेशकी प्रधानमंत्री शेख हसीनाने धर्मांध मुसलमानोंको चेतावनी दी !
बांगलादेश – बांग्लादेश में रहने वाले अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के लोगों पर पिछले कइ सालों हमले हो रहे हैं। हिन्दुओं को मौत के घाट उतारा जा रहा है। इसी के मददेनजर प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बांग्लादेशियों को चेतावनी दी है कि अगर अल्पसंख्य हिंदू समुदाय के लोगों पर हमले नहीं रुके तो सरकार इन करतूतों को बर्दाश्त नहीं करेगी।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा है कि इस तरह के हमलों से पड़ोसी देश भारत में जवाबी कार्रवाई हो सकती है। दोनों देशों के संबंधों पर भी इसका प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने दक्षिण पश्चिम सतखीरा जिले में कहा मत भूलिए कि भारत में मुसलमान अल्पसंख्यक हैं।
इसलिए यदि आप यहां हिंदुओं पर हमला करते हैं तो भारत में अल्पसंख्यक मुसलमानोंपर भी हमले हो सकते हैं।
(यदि हिंदु ऐसा करते, तो भारतका विभाजन ही ना होता एवं पाकिस्तान तथा तत्पश्चात स्थापित हुआ बांगलादेश ये राष्ट्र भी विश्वके भूगोलपर दिखाई नहीं देते ! भारतमें भी अल्पसंख्यक धर्मान्धोंद्वारा हिंदुओंपर ही आक्रमण हो रहे हैं तथा देशमें बलवान हिंदुनिष्ठ संगठन एवं पक्ष होते हुए भी हिंदुओंको मार खानी पड रही है । स्वातंत्र्यवीर सावरकरने कहा था कि जहां जहां अधिकांश हिंदु हैं, वहां अल्पसंख्य धर्मांधोंपर उन्होंने धाक जमाई, तो अधिकांश धर्मान्धोंके परिसरमें अल्पसंख्य हिंदु सुरक्षित रहेंगे; परंतु सावरकरके नामकी वाहवा करनेवाले धर्मान्धोंके मतके लिए सुविधाजनक रूपसे यह बात भूल जाते हैं ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
स्त्रोत : निती सेन्ट्रल