माघ कृष्ण पक्ष सप्तमी, कलियुग वर्ष ५११५
कौडगांव (जिला धाराशिव)में आयोजित हिंदू धर्मजागृति सभाको ग्रामीणोंका उत्स्फूर्त प्रतिसाद !
बाएंसे अधिवक्ता श्री. संदीप अपशिंगेकर, दीपप्रज्जवलन करते श्री. विक्रम घोडके तथा श्रीमती सुनीता दीक्षित |
धाराशिव (महाराष्ट्र) – हिंदुओ, छत्रपति शिवाजी महाराज जैसा ईश्वरीय अधिष्ठान रखकर हिंदु राष्ट्र स्थापित करने हेतु संगठित होकर धर्मरक्षा हेतु सिद्ध हो जाओ तथा लव जिहाद करनेवाले धर्मांधोंको उत्तर देनेके लिए स्वसुरक्षा प्रशिक्षण प्राप्त करो, समितिके समन्वयक श्री. विक्रम घोडकेने ऐसा आवाहन किया । अपने मार्गदर्शनके माध्यमसे उन्होंने वर्तमान निधर्मी शासनकर्ताओंकी नीतिकी प्रचुर आलोचना की । १९ जनवरीको कौडगांवमें आयोजित हिंदू धर्मजागृति सभामें वे बोल रहे थे ।
इस सभा हेतु ४०० से अधिक धर्माभिमानी हिंदु उपस्थित थे । हिंदू जनजागृति समितिके समन्वयक श्री. विक्रम घोडके, अधिवक्ता श्री. संदीप अपशिंगेकर, सनातन संस्थाकी श्रीमती सुनीता दीक्षितके शुभहाथों दीपप्रज्वलन कर सभाका प्रारंभ किया गया । सभाका सूत्रसंचालन अधिवक्ता नीलेश सांगोलकरने किया । ग्रामीणोंने भी घोषणा देकर सभाको उत्स्फूर्त प्रतिसाद दिया ।
सनातन संस्थाकी श्रीमती दीक्षितने अपने मार्गदर्शनमें, प्रत्येक हिंदु महिलाको धर्माचरण कर धर्मरक्षा तथा शीलरक्षा हेतु प्रशिक्षित होना आवश्यक है, ऐसा बताकर उस हेतु सबको समितिकी रणरागिनी शाखामें सम्मिलित होनेका आवाहन किया । विविध हिंदुद्रोही अधिनियमोंके माध्यमसे शासनकर्ता हिंदु धर्मको नष्ट करनेका षड्यंत्र रच रहे हैं तथा अधिवक्ता श्री. संदीप अपशिंगेकरने उपस्थित व्यक्तियोंको उससे हिंदु धर्मपर होनेवाले दुष्परिणामोंकी जानकारी दी ।
क्षणचित्र
१. कौडगांवके युवकोंने परिसरके १० गावोंमें सभाका प्रचार किया । संपूर्ण सभाका आयोजन केवल ४ दिनोंमें सफलतापूर्वक पूरा हुआ ।
२. श्री छत्रपति युवामंडल, शंभुराजे मित्रमंडल, तथा युवा मित्रमंडलने धर्मजागृति सभा हेतु संगठित होकर धर्मजागृति सभा सफल होने हेतु विशेष परिश्रम किए ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात