लंदन – अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन आतंकियों को बाकायदा नौकरी पर रखता था। जिहाद में शामिल होने के इच्छुक आतंकियों को अलकायदा में भर्ती होने के लिए एक फॉर्म भरना पड़ता था। यह खुलासा लादेन के ऐबटाबाद स्थित उस ठिकाने से बरामद किए गए दस्तावेजों से हुआ है, जहां २०११ में अमेरिकी सील कमांडो ने उसे मार गिराया था।
भले ही लादेन लड़ाकों को दुनिया में दहशतगर्दी फैलाने के लिए भर्ती करता था, लेकिन नौकरी का आवेदन फॉर्म ऐसा था जैसे उन्हें किसी मल्टिनैशनल कंपनी में भर्ती किया जा रहा हो। फॉर्म की शुरुआत में लिखा होता था, ‘कृपया, जरूरी सूचनाओं को सही और सत्यता से भरें।’
यही नहीं उनसे बाक़ायदा पिता का नाम, वैवाहिक स्थिति और उनकी पसंद के बारे में पूछा जाता था। ख़ास बात यह है की आतंकियों को भर्ती करने से पहले उनसे यह भी पूछा जाता था कि उनके खिलाफ कोई केस तो नहीं चल रहा है।
ब्रिटेन के अखबार द इंडिपेंडेंट के मुताबिक़ आतंकी संगठन के फॉर्म में लड़ाकों से अपने परिजनों को भी दहशतगर्दी में शामिल कराने की अपील भी की जाती थी। आतंकियों के मरने पर उन्हें शहीद का दर्जा दिए जाने का वादा भी जॉइनिंग फॉर्म में किया जाता था।
हालांकि, किसी आतंकी वारदात में उनके मारे जाने पर परिजनों को किसी तरह की सहायता राशि का कोई प्रावधान इस फॉर्म में नहीं था। यही नहीं भर्ती होने वाले आतंकियों से यह भी पूछा जाता था कि क्या वह किसी आत्मघाती ऑपरेशन में शामिल होना चाहेंगे।
स्त्रोत : नवभारत टाइम्स