माघ कृष्ण पक्ष सप्तमी, कलियुग वर्ष ५११५
-
भारतके अधर्मी राजनेताओंके हिंदुद्रोही होनेके कारण ही अन्य धर्मियोंको धर्मांतरण करने हेतु षडयंत्र रचनेका दुस्साहस होता है !
-
पुन: बिना अनुमति वितरण करनेकी बात यदि निदर्शनमें आएगी, तो तीव्र आंदोलन करनेकी चेतावनी !
कल्याण (महाराष्ट्र) – यहांके सिनेमैक्स चित्रपटगृहके बाहर धर्मांधोंने हिंदुओंको मराठी कुराणका वितरण कर रहे थे । इस बातकी सूचना प्राप्त होते ही भाजपाके कल्याण नगर उपाध्यक्ष डॉ. उपेंद्र डहाके घटनास्थलपर पहुंचे तथा उस वितरणपर तीव्र विरोध प्रदर्शित किया । डॉ. डहाकेने पुलिसको घटनास्थलपर आमंत्रित किया । साथ ही धर्मांधोंने बिना अनुमतिका यह प्रकरण बंद करनेके लिए बाध्य किया । साथ ही यह चेतावनी भी दी कि यदि इस प्रकार बिना अनुमति वितरण करते हुए पुनः निदर्शनमें आएंगे, तो हिंदुनिष्ठ संगठनोंद्वारा तीव्र आंदोलन किया जाएगा । (कुराणका वितरण करनेवाले धर्मांधों को रोकनेवाले डॉ. उपेंद्र डहाकेका अभिनंदन ! ऐसे धर्मप्रेमियोंका आदर्श सभीको अपनाना चाहिए ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
१. १९ जनवरीको चित्रपटगृहके बाहर हिंदुबहुल बस्तीमें कुछ धर्मांधोंने हिंदुओंको पवित्र कुराण लेनेका आवाहन कर मराठी कुराणका वितरण कर रहे थे । इस संदर्भमें भाजपाके उपाध्यक्ष डॉ. डहाकेको सूचना प्राप्त होते ही वे त्वरित घटनास्थलपर पहुंचे । डॉ. डहाकेने त्वरित स्थानीय पुलिस थानेमें दूरभाष कर पुलिसके पास परिवाद प्रविष्ट किया । तत्पश्चात ३ पुलिसकर्मी घटनास्थलपर पहुंचे ।
२. डॉ. डहाकेने उन पुलिसकर्मियोंको पूछा कि इस प्रकारका वितरण करनेसे पूर्व क्या पुलिसद्वारा अनुमति प्राप्त की गई है ! उस समय पुलिसने बताया कि पूर्व अनुमति नहीं दी गई थी । तत्पश्चात डॉ. डहाकेने पुलिससे पूछा कि यदि इस प्रकार बिना अनुमति धर्मांधोंने कुराणका वितरण करते हैं, तो क्या हिंदु भी धर्मांधों के बस्तीमें जाकर विना अनुमति `रामरक्षा’ पुस्तिकाका वितरण कर सकते हैं ? इस बातपर पुलिसने, डॉ. डहाकेका कहना उचित है, यह बताकर त्वरित कुराणके वितरणपर पाबंदी डाली ।
३. तदुपरांत वे एक धर्मांधों सभागृहमें गए । वहां २००-२५० धर्मांध उपस्थित थे । उस समय वहां उपस्थित राष्ट्रवादी कांग्रेसके जनपद अध्यक्ष संजय पाटिलने भाजपाके युवा कार्यकर्ता श्री. निखिल चव्हाणको पूछा कि क्या आप भी ऐसे ही कर रहे हैं ! इसपर श्री. चव्हाणने उत्तर दिया कि इस प्रकार धर्मविरोधी अपप्रकार रोकने ही होंगे ।
४. भाजपाके डॉ. डहाके तथा अन्य कार्यकर्ताओंने महात्मा फुले पुलिस थानेमें जाकर अपने लेटरहेडपर निवेदन प्रस्तुत किया । उस निवेदनमें डॉ. डहाकेने चेतावनी दी कि यदि पुनः इस प्रकार बिना अनुमति कुराणका वितरण करते हुए निदर्शनमें आएगा, तो विहिंप, भाजपा, बजरंग दल आदि हिंदुनिष्ठ संगठनोंद्वारा तीव्र आंदोलन किया जाएगा ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात