धर्म एवं संस्कृति के रक्षणार्थ खडे रहनेवाले श्री. पहलाज निहलानी का अभिनंदन !
बार्इं ओर से सर्वश्री विनोद सिंह, प्रशांत पटेल, अधिवक्ता श्रुति देसाई, पहलाज निहलानी,
शिवाजी वटकर, सतीश कल्याणकर एवं सतीश सोनार
मुंबई – चलचित्र के माध्यम से कोई यदि देवी-देवता, आस्थास्त्रोत अथवा भारतीय संस्कृति का अपमान करता है, तो वह चूक है । मैं धर्म एवं संस्कृति की रक्षा हेतु शपथ लेता हूं । इसलिए इस प्रकार की चूकें रोकी जाएंगी, केंद्रीय चलचित्र परिनिरीक्षण मंडल के अध्यक्ष श्री. पहलाज निहलानी ने ऐसी निश्चिति दी है । हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. शिवाजी वटकर, श्री. सतीश सोनार, धर्माभिमानी अधिवक्ता श्रुति देसाई, हिन्दू लीगल सेल के सचिव श्री. प्रशांत पटेल एवं श्री. विनोद सिंह से भेंट करने पर निहलानी ऐसा बोल रहे थे । मंडल के सदस्य श्री. सतीश कल्याणकर ने इस भेंट का आयोजन किया था । इस अवसर पर श्री. वटकर ने कहा कि आज हिन्दी चलचित्र के माध्यम से हिन्दुओं के आस्थास्त्रोतों पर निरंतर आघात हो रहे हैं । इस संदर्भ में आज तक ३४ चलचित्रों के विरुद्ध निषेधपत्र भेजने पर भी केंद्रीय चलचित्र परिनिरीक्षण मंडल ने विशेष प्रतिसाद नहीं दिया । श्री. वटकर ने श्री. निहलानी को समिति के कार्य का रंगीन सूचना पत्रक, सनातन के धर्मशिक्षा फलक विषयक ग्रंथ एवं सनातन के कुछ सात्त्विक उत्पाद भेंट स्वरूप दिए । श्री. निहलानी को समिति एवं सनातन संस्था का कार्य भी बताया एवं कहा कि धर्म एवं संस्कृति की रक्षा हेतु हिन्दुुत्वनिष्ठ संगठन सदैव श्री.निहलानी के साथ रहेंगे । अधिवक्ता श्रुति देसाई ने चल चित्र की बढती अश्लीलता के विषय में श्री. निहलानी को सतर्क किया । श्री. पटेल एवं श्री. सिंह ने श्री. निहलानी को ‘पीके’ चलचित्र के विरुद्ध परिवाद एवं सामाजिक जालस्थल पर चलाए जानेवाले धर्मरक्षा आंदोलन की जानकारी दी ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात