माघ कृष्ण पक्ष अष्टमी, कलियुग वर्ष ५११५
भोपाल (मध्यप्रदेश) – बांगलादेशमें हिंदुओंके २० दिन पूर्वसे हो रहे हत्याकांडके विषयमें भारत प्रशासन, तथा बिहार, बंगाल एवं आसामका धर्मनिरपेक्ष राज्य प्रशासन भी निष्क्रिय है । शेख हसीनाके बांगलादेशके चुनाव जीतनेके पश्चात भारतके केंद्रप्रशासनद्वारा उन्हें तुरंत शुभकामनाएं दी गर्इं; किंतु उनके सामने बांगलादेशियोंद्वारा हिंदुओंपर हो रहे अत्याचारोंके विषयमें निषेधका एक शब्द भी नहीं निकाला गया, भारत रक्षा मंचके राष्ट्रीय संयोजक श्री. सूर्यकांत केळकरने एक प्रसिदि्धपत्रकद्वारा ऐसा आरोप लगाया है ।
बांगलादेश स्थित हिंदुओंके सामने वहांके धर्मांधोंने `भागो, मरो अथवा धर्मांतर करो’, ये तीन पर्याय रखे हैं । अत: बडी मात्रामें उनका भारतमें स्थानांतर हो रहा है । ऐसी स्थितिमें भारत रक्षा मंचने ऐसी मांग की है कि भारत प्रशासन बांगलादेश प्रशासनपर दबाव डालकर इन अत्याचारोंका निषेध करे । इसके साथ ही सभी सामाजिक तथा राजनैतिक संस्था इन अत्याचारोंके विषयमें निषेध प्रस्ताव सिद्ध कर बांगलादेश प्रशासनको भेजे, ऐसा आवाहन किया गया है ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात