माघ कृष्ण पक्ष अष्टमी, कलियुग वर्ष ५११५
हिंदुओ, नरेंद्र मोदी बांग्लादेश एवं पाकिस्तानके अत्याचारसे पीडित हिंदुओंके विषयमें कुछ भाष्य नहीं करते, यह ध्यानमें लें एवं स्वतंत्र राजनीतिक पक्षकी स्थापना कर राष्ट्र एवं धर्मप्रेमियोंको सत्तामें लाएं !
ढाका – जिहादीयोंद्वारा अगुवा की गई एक १५ वर्षीय हिंदु लडकीको धर्मांध जिहादीयोंके नियंत्रणसे मुक्त करनेमें ‘बांग्लादेश माइनॉरिटी वॉच’को सफलता मिली । दो धर्मांध जिहादी युवकोंने इस हिंदू लडकीको २७ नवंबर २०१३ को अगुवा किया था । १३ जनवरी २०१४ को उसे मुक्त किया गया । इस कालावधिमें उसपर बलात्कार कर उसको प्रताडित किया गया । न्यायदंडाधिकारीके समक्ष उसे खडा करनेपर न्यायदंडाधिकारीने उसे उसके अभिभावकको सौंपनेका आदेश दिया । इस लडकीकी वैद्यकीय जांच की गई है ।
पीडित लडकीने अपनी व्यथा सुनाते हुए कहा, मुझे सरकारी अधिवक्ताके सामने ‘मैं १९ वर्षकी हूं एवं मुझे अपनी सहमतिसे धर्मपरिवर्तन करना है ।’ ऐसा झूठा प्रमाण देनेके लिए बाध्य किया गया । साथ ही ‘मैं महम्मद वासीमसे प्रेम करती हूं तथा उससे विवाह करूंगी’ ऐसा झूठा कहनेके लिए भी बाध्य किया गया । लडकीने ढाका नगरके कोतवाली पुलिस थानेके उपनिरीक्षक महम्मदपर उसका अपहरण करनेमें धर्मांधोंको सहायता करनेका आरोप लगाया है ।
हिंदु लडकीका अपहरण हुआ है, यह ज्ञात होते ही बांग्लादेश माइनॉरिटी वॉचने लडकीके परिवारजनोंसे संपर्क किया एवं उसको मुक्त करनेमें उनकी सहायता की । (क्या बलवान हिंदुनिष्ठ संगठन इस प्रकारका कार्य करते हैं ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात