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अनुच्छेद ३७० पर पीडीपी-बीजेपी जवाब दे : देवेंद्र राणा

जम्मू – जम्मू कश्मीर में नेशनल कांफ्रेंस ने अनुच्छेद ३७० को हटाने सम्बन्धी भारतीय जनता पार्टी के बयान पर उसकी गठबंधन की सहयोगी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी को घेरते हुए उससे जवाब मांगा है।

पार्टी के जम्मू संभाग के अध्यक्ष देवेंद्र राणा ने यहां प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि अनुच्छेद ३७० जम्मू कश्मीर के लोगों का संवैधानिक अधिकार है जिसके लिए नेकां हर तरह का संघर्ष करने के लिए तैयार है। 

लेकिन पीडीपी को इस पर अपना रूख स्पष्ट करना चाहिए । उन्होंने कहा कि एक झंडा और एक निशान का नारा देने वाली भाजपा अनुच्छेद 370 के मुद्दे पर जम्मू कश्मीर की जनता के साथ धोखा कर रही है। 
 उन्होंने कहा कि भाजपा का एक नेता इसे हटाने की बात करता है तो एम जे अकबर जैसे नेता इस पर यथास्थिति बनाये रखने की वकालत करते हैं।

रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर के आतंकवाद से आतंकवादियों को समाप्त करने सम्बन्धी बयान पर भी उन्होने पीडीपी से सवाल किया कि उसका ”गोली नहीं बोली से बात करेंगे” का उसका वादा कहां गया।

रक्षा मंत्री के बयान को गैर जिम्मेदाराना बताते हुए उन्होने कहा कि आंतरिक सुरक्षा से जुडे विषयों पर गोपनीयत बरती जानी चाहिए । उन्होने सवाल किया कि क्या इस नीति पर चलकर हम भारत को भी पाकिस्तान बनाना चाहते हैं। 

 उन्होंने कहा कि पीडीपी और भाजपा को समझना चाहिए कि जम्मू कश्मीर संवेदनशील राज्य है। इस तरह की बयानबाजियों से राज्य के बिखरने का खतरा है। इसतरह के बयानों से बाहर यह संदेश जा रहा

है कि राज्य में गडबड है जिससे पर्यटकों की संख्या घट रही है।

एम्स को लेकर जम्मू बंद पर उन्होने कहा कि यह गैर राजनीतिक बंद है। उन्होने कहा कि एम्स पर नेकां का रूख है कि कश्मीर में एम्स का हम स्वागत करते हैं लेकिन जम्मू में भी एम्स बनना चाहिए।

तवी झील परियोजना पर मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद के बयान का विरोध करते हुए उन्होंने कहा यह हर तरह से व्यावहारिक है। 

पीडीपी -भाजपा के करीब 90दिन के कार्यकाल को पूरी तरह विफल बताते हुए उन्होने कहा कि दोनों अपने -अपने मतदाताओं को ध्यान में रखकर सिर्फ बयानबाजी कर रहे हैं।

अस्थायी कर्मचारी आंगनवाडी कर्मी अस्थायी शिक्षक सभी सड़क पर हैं। बाढ़ पीडितों और किसानों को मुआवजा नहीं मिला  राजौरी -पुंछ समेत प्रमुख सडकें अभी तक नहीं खुल सकी हैं ।

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