कुशीनगर – उत्तर प्रदेश में कुशीनगर जिले के माधोपुर गांव में बीजेपी सांसद योगी आदित्यनाथ के संगठन हिन्दु युवा वाहिनी के कारण सांप्रदायिक तनाव की स्थिति है। खबर है कि १५० मुस्लिम परिवारों ने भय के कारण गांव को छोड़ दिया है। गांव के भूमि विवाद में हिन्दू युवा वाहिनी की एंट्री के कारण मुस्लिम परिवारों में भय व्याप्त था। इन्हीं आशंकाओं के बीच गांव में तनाव का माहौल है। किसी भी तरह की हिंसा को रोकने के लिए गांव में भारी पुलिस बलों की तैनाती कर दी गई है। गांव में पीएसी की भी तैनाती की गई है।
कुशीनगर के अडिशनल डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट राम केवल तिवारी ने कबूल किया कि गांव में तनाव है। तिवारी ने कहा, ‘प्रॉपर्टी का विवाद है। हल्की झड़प के बाद गांव में सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया गया। हिन्दू युवा वाहिनी इस इलाके में सक्रिय है। इस इलाके में अक्सर इसकी बैठकें होती हैं। इसी के मद्देनजर हमने भारी पुलिस बलों की तैनाती कर दी है।’ तिवारी ने दावा किया कि किसी मुस्लिम परिवार ने डर से गांव को नहीं छोड़ा है।
हिन्दू युवा वाहिनी ने माधोपुर गांव में सोमवार को मीटिंग की थी। योगी के इस संगठन ने हिन्दुओं के बीच एकता बनाए रखने की बात कही थी। खबर है कि हिन्दू युवा वाहिनी ने ३ मार्च को हिन्दू महापंचायत बुलाने की घोषणा की है। वाहिनी ने विवादित १.५ एकड़ जमीन के प्लॉट को कब्जे में करने के लिए कहा था।
हिन्दू युवा वाहिनी के स्टेट प्रेजिडेंट सुनील सिंह ने कहा, ‘हमलोग गांव में कार्यकर्ताओं के साथ एकता दिखाने गए थे। हमारे कार्यकर्ता दिग्विजय किशोर पर एक मुस्लिम ने हमला बोला था। वह अपनी जमीन पर हक जता रहे थे इसलिए उन पर हमला बोला गया। मुस्लिमों ने गलत किया है। वे अब फरार हो गए हैं। गांव में तनाव के लिए हमलोग जिम्मेदार नहीं हैं। जमीन दिग्विजय की है इस बात को प्रशासन भी कबूल कर रहा है। जिला प्रशासन का कहना है कि दिग्विजय को जमीन होली से पहले नहीं मिलेगी क्योंकि सांप्रदायिक तनाव बढ़ सकता है। हमलोग इतने लंबे समय तक इंतजार नहीं कर सकते। 3 मार्च को हमलोग हिन्दू महापंचायत का आयोजन करेंगे।’
स्थानीय लोगों का कहना है कि दिग्विजय किशोर शाही और अमीन के बीच जमीन विवाद के कारण माहौल गर्म है। १.५ एकड़ जमीन ग्राम पंचायत की है। दोनों समुदायों की तरफ से इस जमीन पर दावा किया जा रहा है। १३ फरवरी को दोनों समुदायों के बीच इस विवाद को लेकर झड़प हो गई। मुस्लिमों का दावा है कि १००० हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने हमला बोल दिया। जिला प्रशासान ने गांव में पीएसी की तैनाती कर दी है। शाही की अपील पर केस दर्ज कर लिया गया है। इस मामले में दो मुस्लिम युवकों को अरेस्ट किया गया है। २२ साल के औरंगजेब ने बताया, ‘हमलोग इस वारदात के बाद भी गांव में रह रहे हैं लेकिन हिन्दू युवा वाहिनी ने २३ फरवरी को बैठक बुलाई थी। हमें प्रशासन की मदद चाहिए थी लेकिन कोई नहीं पहुंचा।’
सोशल वर्कर मोहम्मद अनवर सिद्दीकी ने कहा, ‘पुलिस ने मुसलमानों को हिन्दू युवा वाहिनी के आने तक गांव छोड़ने के लिए कहा था।’ औरंगजेब ने कहा, ‘हमलोगों ने २२ फरवरी को किसी भी तरह की हिंसक झड़प से बचने के लिए गांव को छोड़ दिया था। हिन्दू युवा वाहिनी की बैठक में करीब १५०० लोग जुटे थे। इस बैठक में वाहिनी के स्टेट प्रेजिडेंट सुनील सिंह भी शरीक हुए थे। मीटिंग में भड़काने वाली स्पीच भी दी गई। अब मुस्लिम वापस घर लौट गए हैं।’