आषाढ शु. २, कलियुग वर्ष ५११४
ह.भ.प. वरघडे महाराजने आगे बताया कि इस आंदोलन हेतु राज्यके विभिन्न क्षेत्रोंके लोगोंका समर्थन प्राप्त हो, इसलिए राज्यभरमें संपर्क हो रहे हैं । उसके अंतर्गत मुंबई, पुणे, सातारा, कराड, कोल्हापुर, इचलकरंजी, नृसिंहवाडी एवं अब सांगली जनपदके विभिन्न गोप्रेमी संगठन, राष्ट्रप्रेमी तथा धर्मप्रेमी संगठनोंको मिलनेके कार्य चल रहे हैं । संतवीर ह.भ.प. बंडातात्या कराडकर हमारे मार्गदर्शक हैं ।
कसाईखानेके विरोधमें संघर्ष करनेके कार्यमें वारकरी संप्रदायका अधिक योगदान है । उनके सहयोगसे ही हम यह आंदोलन खडा कर सके हैं । मुबारक शेख एवं शांतिलाल लुणावत, ये प्रमुख अनशनकर्ता इस आंदोलनमें सहभागी होंगे । इस आंदोलनका सभी गोप्रेमी समर्थन करें एवं अधिक जानकारी हेतु ह.भ.प. वरघडे महाराज – ९६३७१६१२५४ इस क्रमांकपर संपर्क करें, ऐसा आवाहन किया गया है ।
ह.भ.प. सुनील महाराज वरघडे एवं उनके सहकारियोंने सनातन संस्था मिरजके ब्राह्मणपुरीके आश्रमको सदिच्छा भेंट दी । उस समय आश्रममें विभिन्न विभागोंमें सेवा करनेवाले पूर्णकालीन साधकोंको देखकर उन्होंने, ‘इस प्रकारके कार्यकी आज राष्ट्रको अत्यंत आवश्यकता है’, ऐसे आशीर्वचन कहे ।
स्त्रोत – दैनिक सनातन प्रभात