नई दिल्ली : पाकिस्तान के एक सांसद (सीनेटर) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गिरफ्तारी पर एक अरब रुपये का इनाम रखा है। सोमवार को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के रावलकोट में जमात-ए-इस्लामी प्रमुख सिराज उल हक ने अपनी पार्टी के समर्थकों को संबोधित करते हुए यह एलान किया। हक पाकिस्तानी संसद के ऊपरी सदन के सदस्य हैं। रावलकोट भारत के जम्मू के पुंछ जिले से २०० किलोमीटर दूर है।
सिराज उल हक ने अपने संबोधन में कहा कि मैं मोदी से कहना चाहता हूं कि वह सलाउद्दीन को गिरफ्तार नहीं कर सकते। हम तुम्हारे दांत तोड़ देंगे। तुम कहते हो कि सलाउद्दीन को जो गिरफ्तार करेगा, उसको ५० करोड़ दोगे। लेकिन मैं कहता हूं जो मोदी को गिरफ्तार करेगा, हम उसे एक अरब रुपये देंगे। सलाउद्दीन आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन का सरगना है।
कश्मीर के मुद्दे पर हक ने कहा कि भारत सरकार कश्मीर के लोगों की आजादी में सबसे बड़ा रोड़ा है। वह पाकिस्तान की कभी दोस्त नहीं हो सकती और जो लोग दोस्ती की बात करते हैं, उन्हें भारत चले जाना चाहिए। सिराज उल हक ने पाकिस्तानी नेताओं को भी आड़े हाथों लेते हुए उन्हें अंधा, बहरा और गूंगा करार दिया। हक ने कहा कि पाक नेता कश्मीरियों की शहादत भूल चुके हैं। कश्मीर का मुद्दा ‘बस डिप्लोमेसी’ और ‘फनकार डिप्लोमेसी’ से हल नहीं जा किया जाएगा।
हक ने रावलकोट में कहा कि मोदी ही कश्मीर और गुजरात में लोगों की हत्या के जिम्मेदार हैं। पाकिस्तान सरकार ने भी कश्मीर में लोगों पर हो रही ज्यादती से मुंह मोड़ लिया है। भारत के साथ दोस्ती तभी होगी, जब कश्मीर आजाद होगा। गौरतलब है कि सिराज उल हक के इस विवादित बयान पर अब उनके ही देश में विरोध शुरू हो गया है। पाक पत्रकार मेहर तरार ने ट्वीट कर उन्हें नसीहत दी है कि वह इन पैसों का इस्तेमाल अपने इलाके में अस्पताल व बच्चों के लिए स्कूल खोलने के लिए करें।
पाकिस्तान के एक सांसद (सीनेटर) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गिरफ्तारी पर एक अरब रुपये का इनाम रखा है। सोमवार को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के रावलकोट में जमात-ए-इस्लामी प्रमुख सिराज उल हक ने अपनी पार्टी के समर्थकों को संबोधित करते हुए यह एलान किया। हक पाकिस्तानी संसद के ऊपरी सदन के सदस्य हैं। रावलकोट भारत के जम्मू के पुंछ जिले से २०० किलोमीटर दूर है।
सिराज उल हक ने अपने संबोधन में कहा कि मैं मोदी से कहना चाहता हूं कि वह सलाउद्दीन को गिरफ्तार नहीं कर सकते। हम तुम्हारे दांत तोड़ देंगे। तुम कहते हो कि सलाउद्दीन को जो गिरफ्तार करेगा, उसको ५० करोड़ दोगे। लेकिन मैं कहता हूं जो मोदी को गिरफ्तार करेगा, हम उसे एक अरब रुपये देंगे। सलाउद्दीन आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन का सरगना है।
कश्मीर के मुद्दे पर हक ने कहा कि भारत सरकार कश्मीर के लोगों की आजादी में सबसे बड़ा रोड़ा है। वह पाकिस्तान की कभी दोस्त नहीं हो सकती और जो लोग दोस्ती की बात करते हैं, उन्हें भारत चले जाना चाहिए। सिराज उल हक ने पाकिस्तानी नेताओं को भी आड़े हाथों लेते हुए उन्हें अंधा, बहरा और गूंगा करार दिया। हक ने कहा कि पाक नेता कश्मीरियों की शहादत भूल चुके हैं। कश्मीर का मुद्दा ‘बस डिप्लोमेसी’ और ‘फनकार डिप्लोमेसी’ से हल नहीं जा किया जाएगा।
हक ने रावलकोट में कहा कि मोदी ही कश्मीर और गुजरात में लोगों की हत्या के जिम्मेदार हैं। पाकिस्तान सरकार ने भी कश्मीर में लोगों पर हो रही ज्यादती से मुंह मोड़ लिया है। भारत के साथ दोस्ती तभी होगी, जब कश्मीर आजाद होगा। गौरतलब है कि सिराज उल हक के इस विवादित बयान पर अब उनके ही देश में विरोध शुरू हो गया है। पाक पत्रकार मेहर तरार ने ट्वीट कर उन्हें नसीहत दी है कि वह इन पैसों का इस्तेमाल अपने इलाके में अस्पताल व बच्चों के लिए स्कूल खोलने के लिए करें।
पाकिस्तान के एक सांसद (सीनेटर) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गिरफ्तारी पर एक अरब रुपये का इनाम रखा है। सोमवार को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के रावलकोट में जमात-ए-इस्लामी प्रमुख सिराज उल हक ने अपनी पार्टी के समर्थकों को संबोधित करते हुए यह एलान किया। हक पाकिस्तानी संसद के ऊपरी सदन के सदस्य हैं। रावलकोट भारत के जम्मू के पुंछ जिले से २०० किलोमीटर दूर है।
सिराज उल हक ने अपने संबोधन में कहा कि मैं मोदी से कहना चाहता हूं कि वह सलाउद्दीन को गिरफ्तार नहीं कर सकते। हम तुम्हारे दांत तोड़ देंगे। तुम कहते हो कि सलाउद्दीन को जो गिरफ्तार करेगा, उसको ५० करोड़ दोगे। लेकिन मैं कहता हूं जो मोदी को गिरफ्तार करेगा, हम उसे एक अरब रुपये देंगे। सलाउद्दीन आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन का सरगना है।
कश्मीर के मुद्दे पर हक ने कहा कि भारत सरकार कश्मीर के लोगों की आजादी में सबसे बड़ा रोड़ा है। वह पाकिस्तान की कभी दोस्त नहीं हो सकती और जो लोग दोस्ती की बात करते हैं, उन्हें भारत चले जाना चाहिए। सिराज उल हक ने पाकिस्तानी नेताओं को भी आड़े हाथों लेते हुए उन्हें अंधा, बहरा और गूंगा करार दिया। हक ने कहा कि पाक नेता कश्मीरियों की शहादत भूल चुके हैं। कश्मीर का मुद्दा ‘बस डिप्लोमेसी’ और ‘फनकार डिप्लोमेसी’ से हल नहीं जा किया जाएगा।
हक ने रावलकोट में कहा कि मोदी ही कश्मीर और गुजरात में लोगों की हत्या के जिम्मेदार हैं। पाकिस्तान सरकार ने भी कश्मीर में लोगों पर हो रही ज्यादती से मुंह मोड़ लिया है। भारत के साथ दोस्ती तभी होगी, जब कश्मीर आजाद होगा। गौरतलब है कि सिराज उल हक के इस विवादित बयान पर अब उनके ही देश में विरोध शुरू हो गया है। पाक पत्रकार मेहर तरार ने ट्वीट कर उन्हें नसीहत दी है कि वह इन पैसों का इस्तेमाल अपने इलाके में अस्पताल व बच्चों के लिए स्कूल खोलने के लिए करें।
स्रोत :लाइव हिन्दुस्थान