केदारनाथ मंदिर के रावल हिंदू नहीं ! – शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती
चमोली : ज्योतिष पीठ के पीठाधीश्वर स्वामी स्वरूपानंद सरस्वतीजी ने भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किए जाने की मांग की है । शंकराचार्यजी ने रविवार को कहा कि केदारनाथ के रावल (मुख्य पुजारी) हिंदू नहीं हैं। इन स्थितियों में श्री बदरी-केदार मंदिर समिति एक्ट के अनुसार उन्हें पद से हटाकर सनातन धर्म माननेवालोंको पूजा का अधिकार देना चाहिए।
बदरीनाथ प्रवास से लौटे शंकराचार्यजी ने जोशीमठ में पत्रकारोंसे बात करते हुए कहा कि केदारनाथ हिंदू धर्म का तीर्थ है। जबकि, यहां लिंगायत समुदाय के लोग रावल के रूप में पूजा पाठ कर रहे हैं। यह समुदाय अपने को हिंदू मानता ही नहीं है। मंदिर एक्ट में साफ है कि इन मंदिरों में सिर्फ हिंदू ही पूजा करेंगे।
शंकराचार्यजी ने कहा कि बदरीनाथ के रावल कपाट बंद होने के बाद जोशीमठ में रहने के बजाय देशभर में भ्रमण कर रहे हैं। इस से बदरीनाथ की गरिमा धूमिल हो रही है। उनका कहना है कि रावल कुछ समय ब्रह्मचारी रहने के बाद पद छोड़कर शादी कर रहे हैं, यह परंपरा हिंदू धर्म के लिए ठीक नहीं है।
स्त्रोत : जागरण
Why people are even highlighting that small organization as “US Panel”? That is just a small organization that works for welfare and upliftment of christions around the globe, that does not represent USA. Do you think USA govt going to put an ear on any similar report published by some small Indian, Chinese or Pakistani organization regarding atrocities on Blacks in america !!!