माघ कृष्ण पक्ष एकादशी, कलियुग वर्ष ५११५
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लैंगिक शोषणके केंद्र बने अमेरिकाके रोमन कैथालिक चर्च !
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हिंदुओंके संतोंपर किए गए बलात्कारके झूठे आरोपोंके माध्यमसे उनकी अपकीर्ति करनेवाले भारतके हिंदुद्वेषी प्रसिद्धिमाध्यम ईसाईयोंके चर्चमें होनेवाले लैंगिक शोषणका समाचार नहीं दर्शाते !
शिकागो (अमेरिका) – शिकागोकी ‘आर्चडायोसेस संस्था’ द्वारा चर्चके ईसाई धर्मगुरुओंकी ओरसे छोटे बच्चोंपर होनेवाले लैंगिक शोषणकी घटनाओंको अनेक वर्षोंसे दुर्लक्षित किए जानेकी बात सामने आई है । इस चर्चके ईसाई धर्मगुरुओंकी ओरसे होनेवाले लैंगिक अत्याचारके विषयमें सहस्रों पृष्ठोंका ब्यौरा प्रसारित किया जाएगा ।
१. ‘आर्चडायोसेस’ अमेरिकाकी एक बलशाली एवं प्रभावशाली रोमन कैथोलिक चर्च संस्था है । हाल-हीमें इस संस्थाद्वारा चर्चके छोटे बच्चोंपर होनेवाले लैंगिक शोषणके विषयमें ६ सहस्र पृष्ठोंका ब्यौरा लैंगिक शोषितोंके एकटर्नीको सौंपा गया है ।
२. ‘आर्चडायोसेस संस्था’ द्वारा ईसाई धर्मगुरुके लैंगिक अत्याचारकी घटनाओंकी ओर किए गए अक्षम्य दुर्लक्षको स्पष्ट किया जाएगा । ३० ईसाई धर्मगुरुओंके लैंगिक शोषणके संदर्भमें हुई घटनाओंको अलग रखा जानेका उल्लेख है । चर्चने लैंगिक शोषणके प्रकरण अनेक वर्षोंसे प्रशासकीय अधिकारियोंसे छिपाए रखे हैं ।
३. वर्ष १९९७ से आर्चडायोसेसका नेतृत्व करनेवाले कार्डिनल प्रान्सिस जॉर्जने एक पत्र प्रसिद्ध कर चर्चमें होनेवाले लैंगिक अत्याचारके संदर्भमें क्षमायाचना की है । उन्होंने कहा कि चर्चने इस विषयमें ब्यौरा प्रसिद्ध कर अपनी पारदर्शकता बढाई है ।
४. जॉर्जने इस पत्रमें लिखा है कि इस लैंगिक शोषणपर बलि चढनेवालोंसे मैं क्षमायाचना करता हूं । कुछ पादरी एवं बिशपोंके अयोग्य आचरणके कारण चर्चको लज्जासे गर्दन झुकानी पडी ।
५. लैंगिक शोषणके प्रकरण समाप्त करने हेतु चर्चद्वारा पीडितोंको लाखों डॉलर देना पडे ।
६. सेंट आगाथा कैथोलिक चर्चके पादरी डैनियल मैकारमैकको वर्ष २००७ में लैंगिक शोषणकी घटनामें अपराधी सिद्ध कर ५ वर्षोंका दंड दिया गया था । डैनियल मैकारमैकद्वारा ५ लडकोंपर लैंगिक अत्याचार किए गए थे ।
७. शिकागोके एक्टर्नी मार्क पर्लमन शिकागोमें ईसाई धर्मगुरुद्वारा किए गए लैंगिक अत्याचारपर बलि चढे २०० लडकोंके प्रकरणोंपर ध्यान दे रहे हैं ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात