माघ कृष्ण पक्ष द्वादशी, कलियुग वर्ष ५११५
|
उत्तर भारत से अमेरिका पहुंचे १६३ पंडित आश्चर्यजनक तरीके से लापता हो गए हैं। जिनका कोइ अता-पता नहीं लग पा रहा है। यह सभी पंडित उत्तर भारत के गांवो से अमेरिका लाए गए थे। सभी अमेरिका की महर्षि बैदिक सिटी से पिछले साल लापता हो गए थे।
शिकागो आधारित साप्ताहिक श्हाय इंडिया ने एक खोजी रिपोर्ट में आरोप लगाया है कि अमेरिका लाए वैदिक पंडित दयनीय परिस्थितियों में रखे गए थे और उन्हें प्रति घंटे ७५ सेंट से भी कम भुगतान किया जाता था। अखबार ने विश्वविद्यालय के प्रमुख के हवाले से बताया है कि वे लोग आव्रजन उद्देश्यों के लिए या अमेरिकी सपनों को पूरा करने के लिए चारदीवारी फांद कर निकल गए।
हालांकि महर्षि वैदिक सिटी से कोई फौरी प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है। जहां करीब १०५० पंडित हैं।
स्त्रोत : निटी सेंन्ट्रल