माघ कृष्ण पक्ष त्रयोदशी, कलियुग वर्ष ५११५
प.पू. डा. आठवले एवं योगऋषि रामदेवबाबामें राष्ट्र एवं धर्म के विषयमें संवाद !
प.पू. डॉ. आठवले एवं योगऋषि रामदेवबाबा संवाद करते समय |
रामनाथी (फोंडा) – राष्ट्र एवं धर्मके उत्थानके लिए कार्यरत एवं भ्रष्टाचारके विरुद्ध अभूतपूर्व लडाई करनेवाले हरिद्वारके पतंजली योगपीठके योगऋषि रामदेवबाबाका २८ जनवरी संध्या समय ५.१५ बजे रामनाथीके (गोवा) सनातनके आश्रमको चरणस्पर्श मिला । सनातन प्रभात नियतकालिकके भूतपूर्व समूह संपादक पू. श्री. पृथ्वीराज हजारेद्वारा योगऋषिका आश्रममें स्वागत किया गया । इस अवसरपर योगऋषि रामदेवबाबा एवं हिंदू जनजागृति समितिके प्रेरणास्थान प.पू. डॉ. आठवलेमें राष्ट्र एवं धर्मकी वर्तमान स्थितिके विषयमें संवाद हुआ । इस अवसरपर सनातनकी पू. (श्रीमती) बिंदा सिंगबाल भी उपस्थित थीं ।
सनातन संस्था भागवद् धर्मको मूर्त रूप देनेका कार्य कर रही है ! – योगऋषि रामदेवबाबा
इस अवसरपर प.पू. डॉ. आठवले एवं योगऋषि रामदेवबाबाके मध्य २५ मिनट संवाद हुआ । योगऋषि रामदेवबाबाने कहा कि सनातन अत्यंत प्रामाणिक एवं निस्वार्थ रूपसे ‘हिंदु राष्ट्र’ स्थापित करनेका कार्य कर रहा है । सभीको यह कार्य करना चाहिए । इस कार्यको थोडा कालावधि लगेगा, तो भी कार्य निश्चित रूपसे होगा ही । अहंकार न्यून रहनेवाले ही यह कार्य कर सकते हैं । संक्षेपमें सनातन संस्था भागवद्धर्मको मूर्त रूप देनेका कार्य कर रही है । आपको (प.पू. डॉ. आठवलेजी ) मिलनेकी बडी इच्छा थी । आज भेट होनेसे आनंद हुआ । इस अवसरपर प.पू. डॉ. आठवलेजीने कहा कि आपके आनेसे सभी साधकोंको चैतन्य मिला । हिंदु धर्मके कार्यमें हमारा कुछ योगदान आवश्यक हो तो, हमें बताएं, हम हमारी क्षमताके अनुसार प्रयास करेंगे ।
सनातन संस्था बहुत बडा कार्य कर रही है ! – योगऋषि रामदेवबाबा
आश्रम भ्रमणके समय योगऋषि रामदेवबाबाने सनातन आश्रममें चल रहे राष्ट्र एवं धर्म विषयक कार्यके विषयमें जान लिया । श्री. नागेश गाडेने योगऋषिको आश्रमके कार्यके विषयमें जानकारी दी । आश्रममें साधकोंद्वारा की जानेवाली सेवाको देखकर योगऋषिने कहा कि सनातन संस्थाका कार्य बहुत अच्छा है । आप भागवद् धर्मका बहुत बडा कार्य कर रहे हो । मेरा इस कार्यको आशीर्वाद है ।
क्षणिकाएं
१. सनातनके पुजारी साधकोंद्वारा किए गए वेदमंत्रपठनके चैतन्यदायी स्वरोंमें योगऋषि रामदेवबाबाका आश्रममें आगमन हुआ ।
२. योगऋषि रामदेवबाबाने प.पू. डॉ. आठवलेजीको उनके स्वास्थ्यके लिए प्राणायामके प्रकार बताकर कुछ औषधियां भी लिखकर दीं ।
हिंदू जनजागृति समितिके कार्यकर्ता एवं सनातन संस्थाके साधकोंने योगऋषि रामदेवबाबासे भेंट की !
समाजहितकारी ‘हिंदु राष्ट्र’ अथवा ईश्वरीय राज्यकी संकल्पनाका मूल वेदांत ! – योगऋषि रामदेवबाबा
पणजी (वार्ता.) – पर्वरी, गोवामें २८ जनवरी २०१३ को हिंदू जनजागृति समितिके श्री. नागेश गाडे एवं सनातन संस्थाके श्री. संगम बोरकरने योगऋषि रामदेवबाबासे भेंट की । इस अवसरपर योगऋषि रामदेवबाबाने अपने विचार प्रस्तुत करते हुए प्रतिपादित किया कि ईश्वरीय राज्य व्यापक जनहितकारी संकल्पना है । इसका वेदोंमें उल्लेख किया गया है । प.पू. योगी अरविंदजीने इसे समाजमें देवत्वकीr प्रतिस्थापना, ऐसा कहा है । रामराज्य, हिंदु राष्ट्र ये भी पर्यायी शब्द हैं । यह अच्छा कार्य है । हमें ऐसे राष्ट्रकी संकल्पनाओंपर जोर देना चाहिए । इस अवसरपर समितिके कार्यकर्ताओंने ‘हिंदु राष्ट्र’ स्थापित करने हेतु रामनाथी, गोवामें २० जूनको होनेवाले तीसरे अखिल भारतीय हिंदु अधिवेशनका उद्घाटन करने हेतु योगऋषि रामदेवबाबासे विनती की है ।
योगऋषि रामदेवबाबाने सनातन संस्था एवं हिंदु जनजागृतिके विषयमें ‘आप पूरी निष्ठासे यह कार्य कर रहे हो’, ऐसे गौरवोद्गार व्यक्त किए ।
योगऋषि रामदेवबाबाद्वारा सनातन संस्थाके संस्थापक प.पू. डॉ. आठवलेजीके स्वास्थके विषयमें आस्थासे पूछताछ !
योगऋषि रामदेवबाबाने साधकोंसे कहा कि प.पू. डॉ. आठवलेजीको मेरा प्रणाम कहें एवं उन्होंने प.पू. डॉ. आठवलेजीके प्रकृतिस्वास्थ्यके संदर्भमें पूछताछ की । साधकोंने उन्हें जानकारी दी कि प.पू. आठवलेजीकी प्राणशक्ति न्यून रहनेके कारण उन्हें शयन करनेकी स्थितिमें ही रहना पडता है । इसपर योगऋषि रामदेवबाबाने प.पू. डॉ. आठवलेजीके स्वास्थ्यके विषयमें परीक्षणोंकी जानकारी प्राप्त की एवं कहा कि वे स्वास्थ्यके सुधारके लिए उपाय बताएंगे ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात