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वडोदरा : फिर भडका दंगा, दंगाइयों ने पुलिस वालों पर फेंके पत्थर

वडोदरा (गुजरात) – शहर के फतेहपुरा इलाके में मंगलवार रात फिर से दंगा भड़क उठा। दंगाइयों ने देर रात पथराव किया और कई वाहनों को नुकसान पहुंचाया। पुलिस ने बीती रात पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही गिरफ्तार दंगाइयों का आंकड़ा १६ पर पहुंच गया है। फिलहाल, क्षेत्र में तनाव बना हुआ है और पूरे इलाके में बड़ी तादाद में पुलिस वालों को तैनात कर दिया गया है।

ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर डीजे पटेल ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा, “फतेहपुरा इलाके में भारी पुलिस बल तैनात होने के बावजूद भी पथराव कैसे शुरू हो गया, इसकी जांच की जा रही है। फिलहाल, इतना ही पता चल सका है कि रात के लगभग २.३० बजे के करीब भांडवाड़ा मोहल्ले के कुछ लोग छुपकर पथराव कर रहे थे। उन्होंने पुलिसकर्मियों और उनके वाहनों को भी निशाना बनाया।”

ऐसे शुरू हुआ था विवाद

खबरों के मुताबिक, पुराने वडोदरा शहर के संवेदनशील माने जाने वाले फतेहपुरा में कुछ असामाजिक तत्वों ने रविवार रात कथित तौर पर लाल अखाड़ा रोड पर स्थित एक मंदिर में रखी भगवान शिव की मूर्ति को नुकसान पहुंचाया। जैसे ही यह बात दूसरे समुदाय के लोगों पता लगी, इलाके में तनाव फैल गया। एक समुदाय विशेष के लोगों ने पत्थरबाजी भी की। सोमवार से ही इलाके में पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। लेकिन इसके बावजूद मंगलवार देर रात पत्थरबाजी हुई।

स्त्रोत : दैनिक भास्कर


अद्ययावत

गुजरात : वड़ोदरा में जिहादीयोंद्वारा शिव प्रतिमा तोडने पर तनाव

गुजरात में भाजपा की सत्ता होने के बाद भी हिंदूंआें पर आघात हो रहे हैं । इसलिए अब हिंदु धर्म की रक्षा हेतु किसी राजनैतिक दल पर विश्‍वास रखने की अपेक्षा छत्रपती शिवाजी महाराज जैसे धर्माचरणी राजकर्ताआें के हिंदू राष्ट्र की अर्थात रामराज्य की स्थापना के लिए कटिबद्ध हो जाएं । – सम्पादक, हिन्दू जनजागृति समिति

वडोदरा (गुजरात): वडोदरा शहर के फतेहपुरा इलाके में स्थिति अभी भी तनावपूर्ण है। रविवार देर रात भड़के दंगे में यहां हिंदू-मुस्लिम सौहार्द का दशकों पुराना एक प्रतीक भी जला दिया गया। ६० सालों से एक ही बिल्डिंग में रह रहे ५ हिंदू-मुस्लिम परिवार बेघर हो गए।

फतेहपुरा शहर संवेदनशील इलाकों में से एक है। इसके बावजूद यहां स्थित एक दो मंजिला इमारत में पांच हिंदू-मुस्लिम परिवार एकता की मिसाल कायम किए हुए थे। दीवाली हो या ईद जैसे त्योहार हों, या फिर कोई सुख-दुख। ये लोग एक परिवार की तरह हरेक मौके पर एक-दूसरे से कंधे से कंधे मिलाए खड़े रहते थे। लेकिन रविवार को हुए फसाद में दंगाइयों ने इनके आशियाने को खाक कर दिया। मेहनत-मजदूरी कर अपने परिवार का गुजर-बसर रहे ये लोग अब सड़क पर आ गए हैं।

ऐसे शुरू हुआ था विवाद

फतेहपुरा में जिहादीयोंने कथित तौर पर एक मंदिर में रखी भगवान शिव की मूर्ति को नुकसान पहुंचाया। रविवार की रात जैसे ही यह बात दूसरे समुदाय के लोगों पता लगी, तो इलाके में तनाव फैल गया। दोनों समुदायों के लोग सड़कों पर उतर आए और जमकर तोड़-फोड़ की। एक समुदाय द्वारा पत्थरबाजी किए जाने के बाद पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लेने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े।

स्रोत :भास्कर

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