माघ शुक्ल पक्ष १, कलियुग वर्ष ५११५
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सभाका उद्देश्य हिंदुओंमें धर्मपरिवर्तन करने या कांग्रेसके राजनीतिक लाभके लिए ?
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हिंदुओ, ईसाई मिशनरियोंका यह षडयंत्र पहचानें तथा संगठित होकर वैध मार्गसे उसका प्रतिरोध करें !
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धर्माभिमानी हिंदुओंद्वारा पुलिस थानेमें परिवाद प्रविष्ट !
मुंबई – ३१ जनवारी २०१४ को मुंबईके सोमैया मैदान, चुनाभट्टीमें भारतके सबसे बडे मिशनरी पॉल दिनकरन् ने प्रार्थनासभाका आयोजन किया है । अतः यह संदेह व्यक्त किया जा रहा है कि भारतीय चुनाव(निर्वाचन) २०१४ हेतु प्रार्थनासभा इस लुभावने नामपर कथित चमत्कारोंकी मोहिनीद्वारा हिंदुओंको फंसाकर उनका धर्मपरिवर्तन करनेका षडयंत्र होगा अथवा प्रार्थनासभाका लाभ उठाकर आगामी चुनावमें कांग्रेसके लिए अधिकांश मत इकट्ठा करनेका प्रयास होगा । इस कार्यक्रमके लिए अधिक राशि व्यय कर संपूर्ण मुंबईमें विज्ञापनोंके फलक प्रदर्शित किए गए हैं । इस सभाके लिए सर्व धर्मियोंको आमंत्रित किया गया है । अनेक हिंदु धर्माभिमानियोंने इस प्रार्थना सभाका विरोध प्रदर्शित किया है । साथ ही चुनाभट्टी पुलिस थाने तथा वडाला पुलिस थानेमें परिवाद प्रविष्ट किए हैं ।
हिंदुओंद्वारा पुलिस थानेमें प्रविष्ट किए गए परिवादमें प्रस्तुत किए गए सूत्र
१. प्रार्थनासभाके आयोजक तथा संगठन ईसाई धर्मसे संबंधित हैं तथा इस सभाका मूल उद्देश्य हिंदुओंका धर्मपरिवर्तन करनेका है । अतः फंसाने तथा चमत्कारोंके झूठे बहानोंका उपयोग किया जाएगा ।
२. इस सभाको निमित्त बनाकर एक ही स्थानपर सर्व धर्मियोंका अधिकांश गुट इकट्ठा करनेके पीछे आयोजकोंका क्या उद्देश्य था, यह बात स्पष्ट नहीं की गई । केवल प्रार्थनासभाका ही आयोजन होता, तो अन्य धर्मियोंको भी निमंत्रण देनेका क्या प्रयोजन ?
३. इस सभाका विरोध करनेवाले अन्य धर्मीय व्यक्ति(हिंदु, मुसलमान, बौद्ध आदि) यदि कार्यक्रम स्थलपर आए, तो कानून एवं सुव्यवस्था बिगडनेकी स्थिति उत्पन्न हो सकती है ।
४. यदि इस सभामें अन्य धर्मीयोंका धर्मपरिवर्तन करनेका प्रयास किया गया, तो वह उन धर्मके लोगोंकी भावना प्रक्षुब्ध करनेका अपराध हो सकता है तथा उसके कारण सामाजिक शांति भंग हो सकती है ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात