माघ शुक्ल पक्ष १, अमावस्या, कलियुग वर्ष ५११५
मुसलमानोंके लिए घोषित की गई योजना लागू नहीं करनेका आरोप !
मुसलमानोंके लिए अब्जावधि रुपएकी योजना लागू करनेके पश्चात भी यदि उस राशिसे मुसलमानोंका विकास नहीं होता, तो वह राशि कहां जाती है, इसकी जांच करनी ही चाहिए !
नई देहली – विज्ञान भवनमें वक्फ बोर्डकी बैठकमें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंहके भाषणमें डॉ. फहीम बेग इस मुसलमान व्यक्तिने प्रधानमंत्रीके विरोधमें निषेधकी घोषणा देते हुए कांग्रेसके मुसलमान प्रेमकी पोल खोली । डॉ. बेगने मुसलमानोंके लिए घोषित की गई योजना लागू नहीं होनेका ही आरोप लगाया है । डॉ. बेगको चुप करनेका प्रयास किया गया; किंतु उसमें असफलता प्राप्त होनेके कारण अंतमें सुरक्षारक्षकोंने उन्हें सभागृहके बाहर निकाला । डॉ. बेगने, अभिव्यक्ति स्वतंत्रताका बहाना बताकर अपने मुंहपर लगाम लगानेके लिए विवश किया जा रहा है’, ऐसा आरोप लगा कर सुरक्षारक्षकोंकी कार्रवाईपर विरोध प्रदर्शित किया । (कहते हैं कि विरोधियोंके विरोधको बलद्वारा रौंदनेवाले कांग्रेसी जनतंत्रका आयोजन करेंगे ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात) डॉ. बेगका कहना था कि यदि विद्यमान योजनाओंकी उचित प्रकारसे कार्यवाही की जाएगी, तो नई योजनाएं बनानेकी आवश्यकता ही नहीं होगी । अल्पसंख्यकोंका विकास नहीं हुआ है । प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह तथा कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी मेरे परिवादकी ओर गंभीरतासे ध्यान देंगे ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात