कश्मिरी हिन्दू हिन्दू जनजागृति समिति के ऋणी हैं । आज समिति ने कश्मिरी हिन्दू २६ वर्षों से भुगत रहे दु:ख देश के अन्य हिन्दुओं के समक्ष लाए हैं । वर्ष १९९० में कश्मीर से धर्म के नाम पर हिन्दुओं को भगा दिया गया । हाल-ही में भारत शासन ने म्यानमार में घुस कर आतंकवादियों की हत्या की; परंतु इस प्रकार की कार्यवाही शासन कश्मीर में नहीं कर सकता; क्योंकि म्यानमार मेें आतंकवादी एवं भारतीय ऐसा प्रश्न है, तो कश्मीर मेें मुसलमान एवं हिन्दू ऐसा प्रश्न उपस्थित होता है । यदि हमें ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापित करना है, तो देश के सभी हिन्दुओं को मिल कर कश्मिर में कश्मिरी हिन्दुओं का कश्मिर में पुनर्वसन करना चाहिए ।
केंद्रशासन कश्मिरी हिन्दुओं को वहांके धर्मांधो के साथ एकत्र रहने को कह रहा है; परंतु हमें धर्मांध पडोसियों ने ही कश्मीर से हकाल दिया था, तो हम इस पर कैसे विश्वास करें ?