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चतुर्थ अखिल भारतीय हिंदू अधिवेशनमें बांगलादेश एवं जम्मू-काश्मीर से आए हिंदुत्वनिष्ठोंकी पत्रकार परिषद सम्पन्न

बाएंसे बांग्लादेशी मायनॉरीटी वॉच के श्री. रवींद्र घोष, पनून कश्मीरके डॉ. अजय च्रोंगू,
हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. रमेश शिंदे, भारत रक्षा मंच के राष्ट्रीय सचिव श्री. अनिल धीर

कश्मीरी हिन्दुओं की वापसी जिहादियों के हाथ बलि चढाने हेतु नहीं चाहिए । – डॉ.अजय चोंग्रू, राष्ट्रीय अध्यक्ष, ‘पनून कश्मीर’

फोंडा- (गोवा) – रामनाथी, फोंडा के चतुर्थ अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन के दूसरे दिन आयोजित पत्रकार परिषद को संबोधित करते हुए ‘पनून कश्मीर’ संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.अजय चोंग्रू ने ऐसा दुःख व्यक्त किया कि कश्मीर में वर्ष १९९० की तुलना में आतंकवाद अधिक बढ गया है । ऐसी स्थिति में उस पर समाधान ढूंढे बिना केवल आर्थिक सहायता कर कश्मीरी हिन्दुओं को बलि का बकरा बनाने हेतु पुनः न भेजे ।  देशद्रोही पीडीपी के साथ गठबंधन कर भाजपा विघटनवाद को प्रोत्साहित कर रहा है । भाजपा की ऐसी नीति के कारण कश्मीर की समस्या और भी कठिन होगी । अतः मोदी शासन के विषय में कश्मीरी हिन्दुओं में असंतोष व्याप्त है । इस अवसर पर बांग्ला देश माइनारिटी वॉच के अध्यक्ष अधिवक्ता श्री रवींद्र घोष, भारत रक्षा मंच के राष्ट्रीय सचिव श्री अनिल धीर एवं हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री रमेश शिंदे उपस्थित थे ।

 डॉ.अजय चोंग्रु ने कहा कि गुजरात में दंगा होने के उपरांत ६८ लोगों को आजन्म कारावास हुआ एवं उन में २५ लोगों को दुगनी आजन्म कारावास की शिक्षा हुई; परंतु कश्मीर में हिन्दुओं का ‘वंशविच्छेद ‘ करनेवालों को दंड तो दूर, उलटे वे समाज में सिर  उठाकर घुम रहे हैं ।

कश्मीर के आतंकवादी अब तालीबान, आइ.एस.आइ.समान आतंकवादी संगठनों के साथ जुडे हैं । भाजपा-पीडीपी गठबंधन द्वारा आतंकदवाद के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही करने के स्थान पर कथित विकास का भ्रम उत्पन्न किया गया है । इसलिए भाजपा सरकार कश्मीरी विस्थापितों के लिए निश्चित पर्याय निकालेगी ऐसी आशा लुप्त हो रही है । कश्मीरी पंडितों के लिए जेलम नदी के उत्तर-पूर्व में पनून-कश्मीर केंद्रशासित प्रदेश स्थापित करने की हमारी मांग है ।

मोदी शासन बांग्ला देशी मुसलमान घुसपैठियों को खदेड कर वचनपूर्ति करे । – श्री.अनिल धीर

भारत रक्षा मंच के राष्ट्रीय सचिव श्री.अनिल धीर ने कहा कि भाजपा ने अवैधानिक बांग्लादेशी मुसलमानों की घुसपैठ समस्या पर समाधान को अपना चुनाव का सूत्र बनाया था; परंतु भारत में घुसपैठ किए ४ कोटि ५० लाख बांग्लादेशी मुसलमानों को देश से खदेड ने हेतु मोदी शासन द्वारा कोई कदम नहीं उठाया गया । मोदी शासन को इस विषय में त्वरित कार्यवाही करनी चाहिए ।
क्षणिकाएं

१.रवींद्र घोष ने बांग्लादेशी हिन्दुओं पर होनेवाले अत्याचारों के विषय में ‘पॉवर पॉर्इंट प्रेजेंटेशन’ द्वारा पत्रकारों को जानकारी दी ।

२.पत्रकार परिषद को ७ समाचारपत्र एवं २ समाचार प्रणाल के प्रतिनिधि उपस्थित थे ।

बांग्लादेश के अल्पसंख्यक हिन्दुओं पर होनेवाले अत्याचार रोकने हेतु मोदी शासन कृत्य करे ! – रवींद्र घोष

 रवींद्र घोष ने कहा कि भारत की सहायता से स्वतंत्रता प्राप्त  बांग्लादेश का धर्मनिरपेक्ष संविधान परिवर्तित कर उसे इस्लामी किया गया । वर्तमान समय में वहां धर्मांधों द्वारा हिन्दुओं पर अत्याचार हो रहे हैं । सहस्रों मंदिर तोडे जा रहे हैं । हिन्दू  महिलाओं पर होनेवाले बलात्कार एवं अत्याचार बढ रहे हैं ।  बांग्ला देश में वर्ष १९७१ में रहनेवाले २२ प्रतिशत हिन्दू केवल ८ प्रतिशत शेष हैं । हिन्दुओं का यह विनाश रोकने हेतु  संयुक्त राष्ट्र संघ, अमेरिका, युरोपियन युनियन इत्यादि देशों से जानकारी के साथ न्याय मांगकर भी उन्होंने कुछ कार्यवाही नहीं की है । भारत के राष्ट्रपति को भी हमने यह जानकारी दी है । बांग्लादेश के अल्पसंख्य हिन्दुओं की स्थिति सुधारने हेतु मोदी शासन को कुछ कार्यवाही करनी चाहिए ।

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