पूज्यपाद संतश्री आसारामजी बापु ने अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन के लिए संदेश भेजा था । वह संदेश उनके अनुयायी श्री. अभिजीत पांडेजी ने सभी को पढकर सुनाया ।
आप सभी की सद्भावना फलित हों ! – पूज्यपाद संतश्री आसारामजी बापु
ईश्वर सनातन संस्था तथा २०० हिन्दूत्वनिष्ठ संगठनों को ज्ञान, समता एवं साहस प्रदान करें ! मठ, संप्रदाय तथा मनुष्य के माध्यम से आरंभ यह धर्मकार्य केवल अपने लाभ के लिए सीमित रहता है; किंतु सनातन संस्था पूरे विश्व के लोगों के कल्याण का विचार करती है ।
वैदिक दृष्टिकोण के कारण आंतरिक शांति, औषधीय शांति, वनस्पती शांति तथा व्यापक दिव्यदृष्टि प्राप्त होती है । हम सभी का ज्ञान, सद्भावना फलित हो । वैदिक प्रचार जीवनमें फैले । अपने दिव्य कार्य के लिए मेरी प्रसादरूपी भेंट ! उसका स्वीकार करें ।