उत्तर प्रदेश सरकार के लिए बाघिन से बड़ी भैंस !

माघ शुक्ल पक्ष पंचमी, कलियुग वर्ष ५११५ 

 

मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश) – अब तक कहावतों के तौर पर सुनते आ रहे 'अक्ल बड़ी या भैंस' की तर्ज पर उत्तर प्रदेश सरकार के कारनामों ने नया आयाम बनाया 'बाघिन बड़ी या भैंस।' कहावत बदली तो उसके जवाब में भी परिवर्तन हुआ और भैंस को ही बड़ा माना गया। दरअसल, सूबे में गत डेढ़ माह से आतंक का पर्याय बनी आदमखोर बाघिन अब तक आठ लोगों को निवाला बना चुकी है। लेकिन बाघिन की खोज में निकला प्रशासन किसी पेड़ तले सुस्ताता रहा। तभी कैबिनेट मंत्री आजम खां की भैंस चोरी हो जाने की खबर मिली और समूचा अमला न सिर्फ उसकी तलाश में जुट गया, बल्कि ३६  घंटे के भीतर ढूंढ निकाला।
सपा सरकार के कद्दावर मंत्री आजम खां के मंडल में घूम रही बाघिन से त्रस्त लोगों ने प्रदर्शन किया तो नौ जनवरी को प्रशासन ने इसे आदमखोर घोषित कर दिया। बाघिन को मारने या पकड़ने के लिए शिकारियों और वन कर्मियों की फौज बनाई गई, जो उसे ढूंढने के नाम पर जंगलों का पर्यटन करती रही। इस बीच एक-दो शिकार और किए तो हो-हल्ला ज्यादा होने पर प्रशासन ने यह कहते हुए बात खत्म कर दी कि बाघिन अब जंगल लौट चुकी है। हालांकि पिछले ही दिनों एक किसान को उसके परिवार के सामने ही ग्रास बना चुकी बाघिन अब भी अपनी खूंखार उपस्थिति दर्ज करा रही है, लोग उसे मारने के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं और शिकारी बंदूक थामे टहल रहे हैं। इसी बीच शुक्रवार रात आजम खां के रामपुर स्थित तबेले से उनकी सात भैंस चोरी हो गई। लगा कि प्रदेश का खजाना लुट गया और क्राइम ब्रांच समेत समूचा महकमा उसे ढूंढने में लग गया। एसपी ने घटनास्थल का दौरा किया और पुलिस प्रशासन ने पशु तस्करों व स्लाटर हाउस छान डाले। डीएम भी सक्रिय रहे।

आखिर रविवार दोपहर तक सारी भैंस ढूंढ निकाली और शाम तक उनकी सकुशल तबेला वापसी कराई। पूरे घटनाक्रम ने लोगों के मन में ये सवाल उठा दिया कि बाघिन बड़ी या भैंस। तर्को पर जवाब कुछ भी हो लेकिन सरकार का संकेत है तो सभी ने मान लिया कि भैंस ही बड़ी है।

तबेले में पहुंचीं भैंसें, तीन लाइनहाजिर

कैबिनेट मंत्री आजम खां के तबेले से शुक्रवार की रात चोरी सातों भैंसों को पुलिस ने रविवार शाम तबेले में पहुंचा दिया। साथ ही पुलिस अधीक्षक साधना गोस्वामी ने इसके लिए रात्रि गश्त में लापरवाही को कारण मानते हुए दरोगा सुनील कुमार, कांस्टेबिल अजय कुमार और विपिन कुमार को लाइन हाजिर कर दिया। तीनों तबेले से जुड़ी एकता तिराहा चौकी पर तैनात थे। पुलिस के अनुसार दो भैंस भोट थाना क्षेत्र के ग्राम इंड्रा और दो थाना शहजादनगर के चमरौवा क्षेत्र से मिलीं। इसके अलावा दो भैंस तबेले के आसपास घूमती मिलीं, जबकि एक भैंस के शहर में मंत्री के घर के करीब मुमताज पार्क के पास मिलने की बात कही जा रही है।

स्त्रोत : जागरण 

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