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मोहल्ला अस्सी का ट्रेलर लीक – भगवान शंकर तथा साधु-संतों को गाली देते दिखाया

  • क्या निर्माताने अन्य धर्मियोंके श्रद्धास्थानों काे एेसे अपमानास्पद रूप में दिखानेका साहस किया होता ?

  • हिन्दुआें, एेसी हिन्दुद्रोही फिल्म को प्रदर्शित होने से पहले ही निरस्त करनेकी मांग करें !

सनी देओल की फिल्म ‘मोहल्ला अस्सी’ काफी दिनों से लटकी हुई थी, लेकिन अचानक यह विवादों में फंसती नजर आ रही है। दरअसल, चंद्रप्रकाश निर्देशित इस फिल्म को साल के आखिर तक रिलीज करने की योजना की चर्चा थी, पर मंगलवार को लीक हुए फिल्म के ट्रेलर को देखकर कहा जा सकता है कि इसका रिलीज होना काफी मुश्किल है।

फिल्म के ट्रेलर में गालियों की भरमार है और साधु से लेकर संन्यासी और भगवान से लेकर भागवान तक हर कोई ऐसी गालियां दे रहा है, जिससे आपका असहज हो जाना लाजिमी है।

दरअसल, फिल्म में एक बहरूपिया है, जो घाटों पर घूमता है और यहां आने वाले पर्यटकों के साथ फोटो खिंचवाता है। वह एक फोटो का लोगों से 100 रुपये चार्ज करता है और जटाओं से निकलती गंगा के साथ फोटो खिंचवाने के २०० रुपये। फिल्म के ट्रेलर में इसी चरित्र को गाली देते दिखाया गया है। इसी पर विवाद भी शुरू हो गया है।

फिल्म में कुछ ऐसे संवाद भी हैं, जो आप को असहज कर देंगे। मसलन, एक सीन में सनी देओल कहते हैं, ‘कौन संस्कृत पढ़ रहा है? सब साले चरस-गांजा और बनारस में रुकने का बहाना ढूंढ़ रहे हैं।’

‘अरे हर-हर महादेव के साथ गाली का नारा तो काशी का सार्वजनिक अभिनंदन है भैया’ जैसे संवाद फिल्म के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर सकते हैं। एक अन्य संवाद कुछ ऐसा है, ‘बिना गाली के यहां प्यार और आशीर्वाद का लेन-देने होता है क्या?’

हिंदू धर्माचार्यों का कहना है कि यह भगवान शंकर की छवि दुनिया भर में दूषित करने की साजिश है। शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद का कहना है कि काशी में अगर किसी की जुबान से कुछ गलत निकल जाता है तो लोग महादेव का उच्चारण करते हैं। भगवान शंकर को गाली बकते दिखाने के पीछे हिंदू धर्म को अपमानित करने की अंतरराष्ट्रीय साजिश है।

कुछ जानकार मान रहे हैं कि यह एडिटेड ट्रेलर नहीं है, तो कुछ का कहना है कि फिल्म को हाइप देने के लिए ऐसा किया गया है। सचाई जो कुछ भी हो, भगवान शिव का गाली देना लोगों को कितना पसंद आएगा…यह तो वक्त ही बताएगा।

बता दें कि सनी देओल और साक्षी तंवर अभिनीत यह फिल्म प्रसिद्ध लेखकर काशीनाथ सिंह के हिंदी उपन्यास ‘काशी का अस्सी’ पर आधारित है। फिल्म की कहानी बनारस में धर्म,योग के साथ टूरिज्म के इर्द-गिर्द बुनी गई है। सनी देओल धर्मराज शास्त्री नाम के पंडे बने हैं। गंगाघाट पर वह पूजा करवाने आए तीर्थयात्रियों को गाली बकते दिखाई दे रहे हैं। सनी की पत्नी बनीं साक्षी तंवर गालियों का इस्तेमाल करती हैं।

स्त्रोत : नवभारत टाइम्स

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