तेलंगाना के शासकीय चित्रपट परिनिरीक्षण मार्गदर्शन मंडल के सदस्य अधिवक्ता भूमा गंगाधरजी ने धर्मजागृति सभाआें के समय हुए अनुभव का कथन किया । वह बोले, एक दिन काम से घर लौटते समय मैंने हिन्दू धर्मजागृति सभा के होर्डिंग देखे । वह देखकर मैं उस स्थान पर पहुंचा । सभागृह पूर्ण भरा होने के कारण भीतर नहीं पहुंच सका; परंतु सभास्थल पर धर्मरक्षा तथा राष्ट्ररक्षा के संदर्भ में लगाई गई प्रदर्शनी देखी । वह देखकर मुझे प्रेरणा मिली । मैंने ऐसी सभा हमारे गांव में आयोजित करने का निश्चय किया । तत्पश्चात आंध्रप्रदेश में उस प्रकार की ११ धर्मसभाएं हुईं । हम २-३ कार्यकर्ता मंदिर में जाकर प्रदर्शनी लगाते थे । प्रदर्शनी की सेवा समाप्त होने तक हमसे ३० जन जुडे होते थे । तत्पश्चात उस गांव में प्रसार कर हमने गांवगांव में धर्मजागृति सभाआें का आयोजन किया । यह धर्मसभा संपन्न होने के संदर्भ में मन में किसी प्रकार की चिंता नहीं थी । ईश्वर ने ही हमसे यह सेवा करवा ली । हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए आइए हम सभी क्रियाशील बनते हैं ।
इस अवसर पर हिन्दू जनजागृति समिति के पुणे के श्री. अभिजीत देशमुखजी ने हिन्दू संगठन और हिन्दूप्रबोधन करनेवाली हिन्दू धर्मजागृती सभाआें के आयोजन के संदर्भ में मार्गदर्शन किया । सनातन संस्था की कर्नाटक राज्य धर्मप्रसारक कु. प्रियांका स्वामी ने हिन्दू धर्मजागृति सभा के संदर्भ में हुए विशेष अनुभवों का कथन किया ।