माघ शुक्ल पक्ष अष्टमी, कलियुग वर्ष ५११५
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नई देहली – संत महासभाकी ओरसे जंतरमंतरमें आयोजित संत संम्मेलनमें बोलते समय महासभाके राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणी महाराजने चेतावनी देते हुए कहा कि धर्मरक्षा हेतु महापुरुष सर्वस्व अर्पण करते हैं । पूज्यपाद संत श्री आसारामजी बापूजीने भी धर्मरक्षाके लिए अपना परिवार अर्पण किया है । आज ५ माह व्यतीत होनेके उपरांत भी पू. बापूजी कारागृहमें हैं । हिंदुत्वके नामपर मतयाचना करनेवाले अब कहां हैं ? भाजपा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं विश्व हिंदु परिषद, जो हिंदुओंका नेतृत्व करते हैं, उन्होंने पू. बापूजीकी मुक्तताके लिए कौनसे प्रयास किए ? आज हिंदुत्वका बुरखा पहने ढोंगी हिंदुनिष्ठोंके चेहरे विश्वके सामने लानेका समय आ गया है । इसलिए यदि आनेवाले १५ दिनोंमें पू. बापूजी कारागृहके बाहर नहीं आए, तो भाजपा, संघ एवं विहिंपको उसके गंभीर परिणाम भोगने पडेंगे ।
इस अवसरपर व्यासपीठपर मुंबईके स्वामी स्वात्मबोधानंदजी महाराज, योग अभ्यासक हर्षानंदजी, समाचारप्रणालोंपर पू. बापूजीकी बाजू प्रस्तुत करनेवाले श्री. अखिलेश तिवारी, दूरचित्रप्रणालपर दर्शाए जानेवाले ‘महाभारत’ मालिकामें भीष्मकी भूमिका निभानेवाले श्री. मुकेश खन्ना आदि मान्यवर उपस्थित थे ।
स्वामी चक्रपाणी महाराजने आगे कहा, ‘’संत समाजने इससे पूर्व ही कांग्रेसके राजनेताओंको शाप दिया है । इसके परिणाम चार राज्योंके चुनावोंके परिणामसे दिखाई दिए हैं । भाजपाको इस विषयमें कृतज्ञ रहना चाहिए । यदि उन्हें ऐसा लगता है कि हमने कुछ भी किया, तो भी हमें सफलता मिलेगी, तो वे ध्यानमें रखें कि अभी लोकसभा चुनाव होना बाकी है । संसदमें एक सांसद पू. बापूजीके विषयमें अपमानजनक विधान करता है; परंतु संसदमें बैठे भाजपाके सांसद उसका विरोध नहीं करते, यह चूक है । यदि १५ दिनोंमें भाजपाद्वारा पू. बापूजीको मुक्त करने हेतु कोई प्रयास नहीं किए गए, तो हम उन्हें भी शाप देंगे ।’‘
पू. बापूजीको बंदी बनाकर ५ माह व्यतीत होनेपर भी उसके विरोधमें निष्क्रिय विहिंप कहती है, ‘’पू. बापूजीकी मुक्तताके लिए आंदोलन करेंगे !’’
इस अवसरपर विश्व हिंदु परिषदकी राष्ट्रीय कार्यकारिणीके सदस्य पवनशास्त्री महाराजने कहा, ‘’आज पू. बापूजीके भक्तोंको प्रतीत होता है कि विश्व हिंदु परिषद पू. बापूजीकी मुक्तिके लिए कुछ नहीं करती; परंतु मैं निश्चित रूपसे कहता हूं कि इसके आगे हम पू. बापूजीकी मुक्तिके लिए आंदोलन करेंगे । (यह इससे पूर्व ही क्यों नहीं किया, विहिंपवाले हिंदुओंको इसका उत्तर दें ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
धर्म एवं संतोंका विचार करनेवाले व्यक्तिको ही प्रधानमंत्रीपदके लिए संत समाजका समर्थन ! – संत रामस्वरूप ब्रह्मचारी
संत रामस्वरूप ब्रह्मचारीने कहा, ‘’जो पूज्यपाद संत श्री आसारामजी बापूजीको मुक्त कराने हेतु प्रयास करेगा तथा धर्म एवं संतोंका विचार करेगा, उस उम्मीदवारको ही प्रधानमंत्रीपदके लिए संत समाजद्वारा समर्थन मिलेगा ।’’
राजनेता पू. बापूजीका छल कर अपना पाप बढा रहे हैं ! – पू. डॉ. चारुदत्त पिंगले, राष्ट्रीय मार्गदर्शक, हिंदू जनजागृति समिति
पू. डॉ. चारुदत्त पिंगलेने कहा, ‘’उत्तराखंडका महाप्रलय वहांके राजनेताओंके पापका फल था । वर्तमान समयमें राजनेता पू. बापूजीको प्रताडित कर अपना पाप बढा रहे हैं । इसलिए उन्हें इस पापका फल भुगतना ही पडेगा । पू. बापूजीको कारागृहमें न्यूनतम अच्छ भोजन एवं चिकित्सक सुविधाएं मिलने हेतु हिंदू जनजागृति समितिद्वारा राजस्थान उच्च न्यायालयमें याचिका प्रविष्ट की गई । इसके फलस्वरूप उच्च न्यायालयने राजस्थान शासन एवं कारागृह प्रशासनको सूचनापत्र (नोटिस) भेजा है ।’’
क्षणिकाएं
१. इस कार्यक्रममें पू. बापूजीके साधक भगवा फेटा एवं ‘पू. बापूजी निर्दोष हैं ‘, इस प्रकार लिखी हुई भगवी टोपी परिधान कर सम्मिलित हुए थे । जिससे संपूर्ण वातावरण भगवेके समान हो गया था ।
२. स्वामी चक्रपाणी महाराजने साधकोंको आवाहन किया, ‘’इसके आगे सदैव भगवा फेटा बांधकर ही घरके बाहर जाएं । पू. बापू निर्दोष हैं एवं हम हिंदु हैं ऐसा समाजको अभिमानपूर्वक कहें ।’’
३. इस अवसरपर भारतीय संस्कृतिकी रक्षा करने हेतु योग वेदांत समितिद्वारा सभीको १४ फरवरीको रामलीला मैदानमें आयोजित ‘मातृ-पितृ पूजन’ कार्यक्रमको उपस्थित रहनेका आवाहन किया गया ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात