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मोदी सरकार का वास्तविक रूप देखकर देवताआें का अनादर करने वाले चलचित्रों के विरोध में कृती करने का निर्णय लेनेवाले हिंदू न्यायपीठ का अभिनंदन !
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अब हिंदूआें के अन्य संगठनों को हिंदु न्यायपीठ का आदर्श सामने रख कर देवताआें का अनादर रोकने के लिए प्रयास करने चाहिए ।
लुधियाना (पंजाब) – हिन्दू न्यायपीठ की बैठक में हिंदू मान्यताओं और देवी-देवताओं के विरुद्ध बनाए जानेवाले चलचित्रों (फिल्मों) पर रोक लगाने के लिए हिन्दू सेंसर बोर्ड का गठन करने का निर्णय लिया गया । न्यायपीठ के पदाधिकारी प्रवीण डंग ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार भी पिछली सरकारों की भांति तुष्टिकरण के मार्ग पर चल रही है । यही कारण है कि देवी-देवताओं को अपमानित करनेवालों का साहस बढता जा रहा है ।
डंंग ने आगे कहा कि चलचित्र मोहल्ला अस्सी में भगवान शंकर के प्रति अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया है, उसी प्रकार चलचित्र गुड्डू रंगीला में भी मां भगवती देवी को मॉडर्न रूप में दिखाकर हिंदुओं का अपमान किया जा रहा है । हिंदू समाज इसे सहन नहीं करेगा ।
डंग ने बताया कि पच्चीस जून को पंजाब के लुधियाना में हिंदू न्यायपीठ के कार्यकर्ता और सहयोगी संगठन एकत्रित होकर इन चलचित्रों के निर्माता निर्देशक और कलाकारों पर अपराध प्रविष्ट करेंगे । इसके बाद पांच जुलाई को लुधियाना के दरेसी सीता माता मंदिर में देशभर के संत समाज को बुला कर हिंदू सेंसर बोर्ड का निर्माण किया जाएगा ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात