माघ शुक्ल पक्ष नवमी, कलियुग वर्ष ५११५
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यूपी के मुजफ्फरनगर में एक ओर दंगा पीड़ित ठंड में खुले आसमान के नीचे ठिठुरने को मजबूर हैं, वहीं सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के नेताओं की मस्ती कम होने का नाम नहीं ले रही। इस बार घेरे में आए हैं अखिलेश सरकार में नगर विकास राज्यमंत्री चितरंजन स्वरूप। मुजफ्फरनगर में बुधवार की रात एक समाजवादी पार्टी नेता की शादी के जश्न में बुलाई गई बार डांसर पर पार्टी के नेता नोट उड़ा रहे थे। चितरंजन स्वरूप भी इस पार्टी का हिस्सा रहे।
सपा की युवा इकाई के जिला अध्यक्ष गौरव जैन की शादी के जश्न में नोट बरसाने वाले सपा नेताओं में मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड के प्रदेश सचिव शेरपाल सिंह तोमर, यूथ बिग्रेड के जिला अध्यक्ष शौकत अंसारी, लोहिया वाहिनी के जिला अध्यक्ष शाजिद हसन, नगर अध्यक्ष अंसार आढ़ती भी शामिल थे। इन नेताओं ने चितरंजन स्वरूप के सिर पर नोट घुमाकर डांसर को भी दिए।
इस घटना का वीडियो मीडिया में लीक हुआ तो पार्टी में खलबली मच गई। मंत्री जी ने भी अपनी सफाई पेश की लेकिन सूबे के मंत्री और सपा नेताओं की इस मस्ती पर दंगा पीड़ित खासा नाराज दिखाई दिए। दंगा पीड़ितों का आरोप है कि मंत्री जी (चितरंजन स्वरूप) उनकी सुध लेने नहीं आए।
चितरंजन स्वरूप का कहना है कि वो अपनी पार्टी के नेता की शादी में शरीक होने गए थे। बार डांसर ने उनका कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा, 'अगर मैं किसी के यहां शादी में जाता हूं तो इसमें क्या गलत है? अगर कोई मेरे सिर पर नोट घुमाकर डांसर को दे देता है तो इसमें मैं क्या कर सकता हूं? मुजफ्फरनगर दंगों के दौरान मैंने जो बयान विधानसभा में दिया था, उसे देखकर पता चल जाएगा कि मैं दंगे को लेकर कितना दुखी था।'
हालांकि दंगा पीड़ितों ने मंत्री जी के इस दावे की पोल खोल दी। दंगा पीड़ित महिला रुकसाना का कहना है, 'मंत्री के पास नाच देखने के लिए टाइम है, हमारे पास आने के लिए वक्त नहीं । हम जिंदा रहें या मरे, उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता । वो नाचें या गाएं, हमारे लिए वो कुछ नहीं करते।'
स्त्रोत : आज तक