Menu Close

जागतिक निर्वासित दिन के उपलक्ष्य में ‘पनून कश्मीर’ संगठनद्वारा भारत के साथ अन्य कुछ देशों में ‘मशाल मोर्चा’

  • भाजपा सरकार ने सत्ता में आने से पूर्व कश्मीरी विस्थापित हिन्दुओंके लिए कृत्य करने का आश्वासन दिया था; परंतु सत्ता में आकर एक वर्ष व्यतीत होकर भी विस्थापितोंको अपने अधिकारोंके लिए संघर्ष करना पड रहा है, यह भाजपा के लिए लज्जास्पद है !

  • इस स्थिति को परिवर्तित करने हेतु अब ‘हिन्दू राष्ट्र’ अनिवार्य है !

नई देहली : संयुक्त राष्ट्र संघद्वारा प्रति वर्ष २० जून को ‘जागतिक निर्वासित दिन’ मनाया जाता है। इस वर्ष कश्मीर के विस्थापित हिन्दुओंको न्याय देने हेतु ‘पनून कश्मीर’ संगठनद्वारा जम्मू, जालंधर, देहली, पुणे एवं अनेक नगरोंके साथ इंग्लैंड में स्थित लंदन, अमेरिका के लॉस इंजिल्स्, रेवांडा एवं ऑस्ट्रेलिया के कुछ नगरों में विशाल मोर्चा निकाला गया। सिर पर भगवी पट्टीयां बांधकर भारी संख्या में कश्मीरी हिन्दुओंने इस मोर्चे में भाग लिया था।

इस मोर्चे के माध्यम से कश्मीरी हिन्दुओंको अपने ही देश में शरणार्थी के रूप में रहने पर विवश होने की समस्या विश्व के सामने प्रस्तुत की गई। वर्ष १९८० से १९९० की कालावधि में कश्मीर के धर्मांधोंद्वारा हिन्दू पंडितोंपर किए अनगिनत अत्याचारोंके कारण कश्मीरी हिन्दुओंको उनकी मूल भूमि छोडकर अनेक दशकोंसे भारत में निर्वासित के रूप में रहना पडता है।

इस मोर्चे के माध्यम से कश्मीरी हिन्दुओंको ‘स्थलांतरित’ न कहते हुए ‘अंतर्गत निर्वासित’ के रूप में घोषित करना, कश्मीर की घाटी में उनकी स्वतंत्र बस्ती बसाना तथा हिन्दू पंडितोंपर किए जानेवाले अत्याचारोंके लिए कारणभूत रहनेवालोंको कठोर शासन करना इत्यादि मांगें की गई।

‘वैश्विक निर्वासित दिन’ के उपलक्ष्य में कश्मीरी हिन्दुओंने कश्मीर में जिहादियोंद्वारा किए गए सामूहिक नरसंहार की स्मृतियोंका स्मरण किया एवं कश्मीर में अलग ‘होमलैंड’ (मातृभूमि) प्राप्त करने का संकल्प किया। नई देहली में इस दिवस के उपलक्ष्य में पनून कश्मीर के डॉ. अग्निशेखर एवं डॉ. अजय चोंग्रु ने उपस्थित लोगोंको संबोधित किया।

‘पनून कश्मीर’ संगठनद्वारा पुणे (महाराष्ट्र) में मशाल फेरी

पुणे : वैश्विक निर्वासित दिवस के उपलक्ष्य में २० जून को पुणे नगर में भी मशाल फेरी का आयोजन किया गया था। वेदमूर्ति मोरेश्वर घैसास गुरुजी के शुभ हाथों मशाल का पूजन कर उसे प्रज्वलित किया गया। पातालेश्वर मंदिर से आरंभ हुए जंगली महाराज मार्ग ने यह मशालफेरी डेक्कन चौक में आने पर फेरी का सभा में रूपांतर हुआ।

इस अवसर पर शिवसेना के नगराध्यक्ष श्री. श्याम देशपांडे, भाजपा के सचिव श्री. संदीप खर्डेकर, हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. पराग गोखले, समस्त हिन्दू आघाडी के श्री. मिलिंद एकबोटे, पनून कश्मीर संगठन के श्री. राहुल कौल तथा श्री. रोहित भट के साथ सैकडों कश्मीरी हिन्दू उपस्थित थे।

कश्मीर में लगाई धारा ३७० निकाल कर भारतीय संविधान लागू करें ! – राहुल कौल

इस अवसर पर श्री. राहुल कौल ने कहा कि कश्मीर में जिन्होंने हिन्दुओंकी हत्या की, हिन्दू स्त्रियोंपर बलात्कार किया, हिन्दुओंके मंदिर एवं घर तोडे, उन पर दावा प्रविष्ट किया। कश्मीरी हिन्दुओंको स्वतंत्र बस्ती देना चाहिए। कश्मीर की धारा ३७० निकाल कर भारतीय संविधान लागू करें एवं स्वतंत्र बस्ती स्थापित करने के संदर्भ में कश्मीरी हिन्दुओंके शर्तपर हमें स्थापित करें।’

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

Related News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *