माघ शुक्ल पक्ष नवमी, कलियुग वर्ष ५११५
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वाराणसी (उत्तर प्रदेश) – आजम खान की भैंसों को खोजने के लिए चलाया गया यूपी पुलिस का अभियान अब भी राजनीतिक दलों के निशाने पर है। तमाम राजनीतिक दल इसे लेकर जमकर सपा सरकार के मंत्री आजम खान पर तंज कस रहे हैं। वाराणसी में गुरुवार को बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने भैंस के सिर पर लालबत्ती वाला सायरन लगाकर प्रदर्शन किया। आजम खान की भैंसों के वीआईपी ट्रीटमेंट पर प्रदर्शनकारियों ने आजम खान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। नारे लगाते हुए प्रदर्शनकारी कह रहे थे 'समाजवाद का क्या है हाल, भैंस के ऊपर बत्ती लाल।'
आजम खान ने अपनी भैंस की तुलना की थी ब्रिटेन की महारानी से !
बुधवार को अपनी भैंसों की तारीफ करते हुए कहा था, 'मेरी भैंसों को वो शोहरत हासिल है जो गालिबन मलिका विक्टोरिया को भी कभी नहीं मिली होगी।' आजम खान ने ये बातें बड़े मंच से कहीं। उप्र के राज्यपाल बीएल जोशी व सीएम अखिलेश यादव भी वहां मौजूद थे। कार्यक्रम पद्म भूषण गोपाल दास 'नीरज' की तीन किताबों के लोकार्पण का था।
बोले- 'आप जरा मेरी भैंसों का नसीब तो देखिए। अल्लाह… मैं तो अपने नसीब से रश्क करता हूं कि काश मेरा नसीब भी मेरी भैंसों जैसा होता। आज एक साहब ने मेरी भैंस का गोबर सिर पर उठा रखा है… एक कार्टून में। जरा गौर तो कीजिए… मेरी भैंसों का नसीब। कितनी इज्जत अफजाई है। जब भी टीवी खोलता हूं तो मैं पीछे और मेरी भैंसें आगे मिलती हैं। कभी भैंसें पीछे और उनका गोबर सिर पर। मेरी दुआ है अल्लाह से कि मेरी भैंसों का गोबर उन सब के सिरों पर आ जाए जो उन्हें अब तक नहीं उठा सके हैं।'
यह है मामला
रामपुर में शनिवार को आजम खान के फॉर्म हाउस से उनकी सात भैंसें चोरी हो गई थीं। तीन थानों की पुलिस उनकी खोज में लगाई गई। डॉग स्क्वॉड मंगाया गया। जासूस लगाए गए। आखिरकार दो दिन की सघन खोज के बाद सातों भैंसें मिल गईं। लेकिन एक सब इंस्पेक्टर और दो कांस्टेबल को लापरवाही के आरोप में लाइन हाजिर कर दिया गया।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर