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धर्मशास्त्रानुसार उचित मांग करनेवाले वारकरियों को समस्त हिन्दू सहयोर्ग करें !
छायाचित्र में दायीं ओर से सर्वश्री बापूसाहेब साळुंखे, सौरभ थिटे-पाटिल, ह.भ.प. दीपक महाराज सरनाईक, ह.भ.प. देवव्रत(राणा) महाराज वासकर, ह.भ.प. श्रीरामकृष्ण महाराज वीर, गणेश लंके तथा नीलेश सांगोलकर एवं अन्य ।
पंढरपुर – पंढरपुर के श्री विठ्ठल-रुक्मिणी मंदिर समिति द्वारा सर्व नित्योपचार गत ४० से ५० दिनों से बंद किए गए हैं तथा २४ घंटे दर्शन आरंभ किया गया है । इस अनुचित निर्णय के कारण वारकरी संप्रदाय तथा हिन्दू धर्मियों की भावना आहत हुई है । इसका निषेध करने तथा नित्योपचार पुनः आरंभ करने हेतु वारकरी एवं हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों ने २२ जून तथा २४ जून को मंदिर प्रशासन को निवेदन प्रस्तुत किया था; किंतु प्रशासन ने उस निवेदन की ओर अनदेखा किया । अतः २५ जून को एक पत्रकार परिषद द्वारा इस बात का निषेध किया गया । यदि आगामी २४ घंटों में नित्योपचार आरंभ नहीं हुए, तो वारकरी संप्रदाय तथा हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों ने तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है । साथ ही २६ जून को धरणा आंदोलन का नियोजन किया गया है । उस
दिन ‘पंढरपुर बंद’ की घोषणा की गई है ।
इस पत्रकार परिषद के लिए वारकरी संप्रदाय पाईक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष ह.भ.प. देवव्रत (राणा)महाराज वासकर, राज्य अध्यक्ष ह.भ.प. श्रीकांत महाराज टेंभूकर, प्रवक्ता ह.भ.प. श्रीरामकृष्ण महाराज वीर, विहिंप के जनपदाध्यक्ष ह.भ.प. दीपक महाराज सरनाईक, हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. शशिशेखर पाटिल, समिति के अधिवक्ता श्री. नीलेश सांगोलकर, हिन्दू विधिज्ञ परिषद के अधिवक्ता श्री. संदीप अपसिंगेकर, श्री शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान के श्री. बापूसाहेब साळुंखे, पेशवा युवा मंच के सचिव श्री. गणेश
लंके, परशुराम युवा मंच के अध्यक्ष श्री. ओंकार कुलकर्णी, विसावा विठ्ठल मंदिर के मुख्य न्यासी तथा शिवप्रतिष्ठान के श्री. सौरभ थिटे-पाटिल इत्यादि मान्यवर उपस्थित थे ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात