माघ शुक्ल पक्ष अष्टमी, कलियुग वर्ष ५११५
‘अली जे’ नाटकका प्रयोग निरस्त होनेपर ‘हिंदुस्थान टाइम्स’द्वारा झूठा परिवाद !
मुंबई (वार्ता.) – अंततः भारतके विभाजनके लिए उत्तरदायी पाकिस्तानके प्रवर्तक महंम्मद अली जिन्नाका उदात्तीकरण करनेवाले ‘अली जे’ देशविरोधी नाटकका ६ फरवरीको कालाघोडाके मैक्सम्युलर भवनमें होनेवाला प्रयोग हिंदु विधिज्ञ परिषद, हिंदू जनजागृति समिति आदि हिंदुनिष्ठ संगठनोंके एकत्रित विरोधके कारण निरस्त किया गया । इस संदर्भमें ‘हिंदुस्थान टाइम्स’ अंग्रेजी दैनिकने ऐसा शरारती समाचार दिया है कि नाटकके आयोजकोंको समितिके संकेतस्थलसे धमकियां दी गई । (वस्तुतः इस देशद्रोही नाटकका प्रयोग न होने हेतु ‘हिंदुस्थान टाइम्स’ समान समाचारपत्रद्वारा कौनसी भूमिका अपनाई गई ? स्वयं कुछ न करते हुए हिंदुनिष्ठोंके वैधानिक मार्गसे विरोध करनेपर झूठा समाचार प्रसारित करनेवाले दैनिक देशद्रोही ही हैं ! हिंदुनिष्ठोंकी छविको मलीन करनेवाले समाचारपत्रोंका बहिष्कार करना आवश्यक है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
वस्तुतः इस विवादग्रस्त एवं जातीय द्वेष फैलानेवाले नाटकका प्रयोग मुंबईमें होगा, यह समझते ही पिछले २ दिनोंसे विविध हिंदुनिष्ठ संगठनोंके कार्यकर्ताओंद्वारा वैधानिक मार्गसे निषेध प्रविष्ट किया गया तथा हिंदु विधिज्ञ परिषदके नेतृत्वमें इस नाटकके आयोजक तथा मुंबईके पुलिस आयुक्तालय एवं कुलाबा पुलिस थानेमें परिवाद प्रविष्ट किया गया । समितिके प्रवक्ताओंने इस समाचारके संदर्भमें ‘हिंदुस्थान टाइम्स’ समाचारपत्रपर कानूनके अनुसार कार्यवाही करनेका मनोदय व्यक्त किया है । उपर्युक्त समाचारमें ऐसा भी कहा गया है कि इस देशविरोधी नाटकके संस्थापक यह नाटक ‘यू ट्यूब’ संकेतस्थलसे प्रदर्शित करनेका निर्णय ले रहे हैं । समितिने जानकारी दी है कि यदि ऐसा होगा, तो उसके विरोधमें भी समिति उचित कार्यवाही करेगी ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात