माघ शुक्ल पक्ष नवमी, कलियुग वर्ष ५११५
हिंदुओ, यह बात ध्यानमें रखें कि पाक तथा बांग्लादेशके हिंदुओंके कष्टके विषयमें बलशाली हिंदुनिष्ठ संगठन, राजनीतिक दल तथा पंतप्रधानपदके उम्मीदवार नरेंद्र मोदी मुंह क्यों नहीं खोलते !
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ढाका : ‘बांग्लादेश माइनोरिटी वाच’ इस हिंदुनिष्ठ संगठनके अध्यक्ष श्री. रवींद्र घोषद्वारा यह सूचना प्राप्त हुई है कि बांग्लादेशके सिल्हेटकी श्रीमती दिबाराणी डे इस हिंदु नगरसेविकाको अब्दुल मतीन नामक धर्मांध मुसलमानने पुलिसके सहयोगसे उसे प्राप्त झूठे परिवादके कारण बंदी बनाया ।
सिल्हेटके प्रभाग क्रमांक १३, १४ तथा १५ से नगरसेविकाके रूपमें श्रीमती दिबाराणी डे चुनकर आई हैं । अब्दुल मतीनकी आंखें श्रीमती दिबाराणी डेके जतरपुरके निवासस्थान तथा उसके निकटवाले मंदिरके स्थानपर थीं ।
उसने पुलिसके साथ श्रीमती दिबाराणी डेके विरोधमें याचिका प्रविष्ट की । निश्चित रूपसे मतीनने क्या याचिका प्रविष्ट की, यह अभीतक ज्ञात नहीं हुआ है; किंतु पुलिसद्वारा त्वरित कार्रवाई करनेकी सूचना प्राप्त हुई है । बांग्लादेश माइनोरिटी वाचके श्री. रवींद्र घोषने जब वरिष्ठ पुलिस अधिकारियोंसे संपर्क किया, तो उन्हें टोलमटोलवाले उत्तर प्राप्त हुए । श्रीमती डेको न्यायालयके समक्ष उपस्थित किए जानेके पश्चात उन्हें जमानत प्राप्त हुई । यह बताया जा रहा है कि श्रीमती डेके द्वारा चुनावमें सत्ताधारी दलके उम्मीदवारका पराभव करनेके कारण उनके विरुद्ध यह षडयंत्र रचा गया है ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात