अमित शाह ने हिंदु धर्म की महानता स्वयं अनुभव की है, तब भी वे हिंदु धर्म के लिए कुछ क्यों नहीं कर रहे हैं ? काँग्रेस सत्ता में रहती है तो अल्पसंख्यकों के लिए काम करती है । भाजपा भी सत्ता में आने के बाद हिंदूंआें की अपेक्षा अल्पसंख्यकों के लिए ही काम कर रही है । हिंदूंआें को शाह से पूछना चाहिए कि वे हिंदू धर्म और हिंदूंआें के लिए कुछ काम करेंगे भी कि केवल भाषण ही करते रहेंगे ? – सम्पादक, हिन्दू जनजागृति समिति
२८ जून को गुजरात में भूतपूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की पुस्तक ‘‘ट्रैन्सेन्डन्स : प्रमुख स्वामीजी के साथ मेरे आध्यात्मिक अनुभव‘‘ के लोकार्पण कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह सम्मिलित हुए थे ।
शाह ने अपने मार्गदर्शन में कहा कि हिंदू धर्म के पास विश्व की सभी समस्याओं का समाधान है । मैं ऐसा इसलिए नहीं कह रहा कि, क्योंकि मेरा जन्म हिंदू धर्म में हुआ है।
अमित शाह ने अपने अनुभव बताते हुए कहा कि, जब एक प्रकरण में उनके गुजरात प्रवेश पर प्रतिबंध लगा था, तब वे दो वर्ष उनके लिए बहुत कठिन थे । उस समय शाह ने भारत के अनेक धार्मिक स्थलोेंं के दर्शन किए । गुजरात के सोमनाथ मंदिर को छोड़ सभी ज्योर्तिलिंगों और शक्तिपीठों में उन्होंने आराधना की । बाद में उस प्रकरण में वेे निर्दोष सिद्ध हुए ।
स्रोत : नवभारत