माघ शुक्ल पक्ष त्रयोदशी, कलियुग वर्ष ५११५
भारतमें कितने हिंदुनिष्ठ संगठन ऐसे कार्य करते हैं ?
हिंदुओं, यह बात ध्यानमें रखें कि तथाकथित बलशाली हिंदुनिष्ठ संगठन तथा राजनीतिक दल, साथ ही पंतप्रधानपदके हिंदुनिष्ठ उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पाक तथा बांग्लादेशके हिंदुओंके प्रति मौनव्रतका ही पालन करते हैं !
ढाका – बांग्लादेशके शेरपुर जनपदमें पाठशालामें पढनेवाली १२ वर्षकी एक हिंदु लडकीका २५ जनवरीको धर्मांधोंने अपहरण किया, साथ ही धर्मांधोंने उसका धर्मपरिवतन कर एक धर्मांधके साथ उसका विवाह करनेका षडयंत्र रचा था । बांग्लादेशके माइनॉरिटी वॉच संस्थाको इसकी सूचना देनेके पश्चात उनकेद्वारा किए गए प्रयासोंके फलस्वरूप पुलिसने उस लडकीको मुक्त कर एक धर्मांधको बंदी बनाया ।
लडकीके पिता विश्वजीत बिस्वासने उसी दिन इस घटनाका परिवाद शेरपुर पुलिस थानेमें प्रविष्ट किया । इस परिवादमें उन्होंने मोहम्मद कालू मियां, मोहम्मद अल-अमीन अमीर अली, अबेला बेगम अमीर अली तथा मीना बेगमके नाम अपराधीके रूपमें प्रस्तुत किए थे; किंतु पुलिसद्वारा अपेक्षित प्रतिसाद प्राप्त न होनेके कारण उन्होंने बांग्लादेश माइनॉरिटी वॉचके अध्यक्ष श्री. रवींद्र घोषसे संपर्क किया । श्री. घोषने त्वरित शेरपुर पुलिस थानेमें संपर्क कर आगेकी कार्रवाई करनेका आग्रह किया ।
तदनुसार शेरपुर पुलिस थानेके पुलिस निरीक्षक तथा लडकीके पिताने मोहम्मद कालू मियांका गाजीपुर जनपदका पता ढूंढकर उसे बंदी बनाया तथा अल्पवयीन लडकीको अधिकारमें लिया । उन दोनोंको जब न्यायालयके सामने उपस्थित किया, तो उस लडकीने बताया कि मोहम्मद कालू मियांने बलपूर्वक उसका अपहरण किया तथा उसका धर्मपरिवर्तन कर उसके साथ विवाह करनेका प्रयास किया । न्यायालयने लडकीको अभिभावकोंके अधीन कर मोहम्मद कालू मियांको पुलिस कोठरीमें भेज दिया ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात