क्या संघ ने कभी देश के बहुसंख्यकों के त्यौहार दीपावली पर पार्टी दी है ? हिंदूंओ, अब भाजपा और संघ की ढोंगी धर्मनिरपेक्षता के विचार सुनने की अपेक्षा प्रखर हिंदुत्ववादियों के हिंदू राष्ट्र की अर्थात रामराज्य की स्थापना के लिए कृतीशील हो जाओ ! – सम्पादक, हिन्दू जनजागृति समिति
अपने कट्टर हिंदूवादी तेवर के चलते आलोचना झेलने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने रमजान के मौके पर पहली बार इफ्तार पार्टी का आयोजन करके सबको चौंका दिया है।
आरएसएस के मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की ओर से शनिवार को आयोजित इफ्तार की दावत में ७० मुस्लिम देशोंके राजदूतोंके साथ ही बीजेपी के मंत्रियों और कांग्रेस के नेताओंको भी न्योता दिया गया।
पार्लियामेंट एनेक्सी में आयोजित इस कार्यक्रम के जरिए संघ भी प्रधानमंत्री मोदी की तरह मुस्लिमोंको अपने करीब लाने की कोशिश में जुटा नजर आया। आरएसएस के मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मुखिया इंद्रेश कुमार ने कहा, ‘हिंदू संगठन की मुस्लिम विंग के जरिए लोगोंके बीच ये संदेश दिया जा रहा है कि हमारे लिए सभी धर्म समान महत्व रखते हैं।’
इंद्रेश कुमार कहा, ‘किसी भी धर्म के लोगोंको दूसरे के धर्म और भावनाओंका सम्मान करना चाहिए और अलगाववाद का रास्ता बिल्कुल नहीं अपनाना चाहिए।’ कुमार ने कुरान में लिखे शांति और सद्भावना के संदेश को भी दोहराया। (यदि इस्लाम का अर्थ शांती है और वह धर्मनिरपेक्षता का संदेश देता है तो सभी इस्लामी देशों में जिहादी आतंकवाद और अशांती क्यों है ? जिस देश में मुसलमान बहुसंख्यक होते है वहां वे अन्य धर्मियों पर अत्याचार क्यों करते है ? इंद्रेश कुमार को इन प्रश्नों का उत्तर देना चाहिए । – सम्पादक, हिन्दू जनजागृति समिति)
कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन के अलावा मिस्र समेत ७० मुस्लिम देशों के राजदूतों ने शिरकत की।
स्त्रोत : आज तक