सरायरंजन (समस्तीपुर) : मुसरीघरारी थाना क्षेत्र के गंगापुर कोठी के समीप स्थित राम-जानकी मंदिर के पुजारी को पिस्तौल सटा शनिवार की रात नकाबपोश अपराधियों ने अष्टधातु की तीन मूर्तियां लूट ली। इसकी कीमत लगभग तीस लाख रुपये आंकी जा रही है। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गयी है।
जानकारी के अनुसार, अन्य दिनों की भांति ही शनिवार की रात मंदिर का पुजारी राजेंद्र दास (८०) व योगेंद्र दास (७०) भोजन करने के बाद मंदिर के कमरे में सोने के लिए चले गये। रात लगभग ढाई बजे आधा दर्जन अपराधी मंदिर परिसर में दाखिल हो गये। इसमें से तीन अपराधी मंदिर से सटे पूरब दिशा वाले कमरें में सो रहे योगेंद्र दास के कमरे का दरवाजा धक्का देकर खोल लिया। अंदर दाखिल होते ही एक अपराधी ने पुजारी को पिस्तौल सटा कर कब्जे में ले लिया। साथ ही मंदिर की चाबी मांगी।
इस पर उसने चाबी राजेंद्र दास के पास होने की बात कही। इसके बाद अपराधी उसे पिस्तौल के बल पर राजेंद्र दास के कमरे तक लाये। फिर उसी से आवाज दिलवाकर दरवाजा खुलवा लिया।
दरवाजा खुलते ही अपराधियों ने राजेंद्र दास को भी कब्जे में लेते हुए बरामदे के नीचे ही घुटने पर झुका कर जबरन बैठा दिया।
इस बीच एक अपराधी पिस्तौल की बट से मार कर मंदिर का ताला खोलने के प्रयास में जुटा रहा, लेकिन ताला नहीं खुला। इस पर अपराधियों ने राजेंद्र दास का बिछावन से चाबी उठा ली। चाबी से ताला को खोलकर तीन अपराधी मंदिर के अंदर प्रवेश कर गये। साथ ही मंदिर के आसन पर स्थित भगवान रामचंद्र, माता जानकी व वीर हनुमान की मूर्ति आसन समेत उठा लिये। इसी बीच बाहर से खड़े अपराधियों को आहट सुनायी दी। इस पर उसने अपने अन्य साथियों को बाहर निकल जाने को कहा। इसके बाद अपराधी मूर्तियों के साथ मंदिर से बाहर चले गये। इन लोगों ने जाते समय पुजारियों को हत्या की धमकी भी दी।
पुजारियों का कहना है कि अपराधी कोठी की ओर जाने वाली सड़क पर गये थे। लगभग पंद्रह मिनट बाद योगेंद्र दास मंदिर के पश्चिमी ओर जाकर बस्ती में शोर मचाना शुरू कर दिये। इस पर जप्पी राय मंदिर पहुंचे। चोरी की जानकारी पाते ही उसने ग्रामीणों को बुलाने की बात कही।
इस पर ग्रामीण शंभू सिंह और हरि सिंह पहुंचे और मामले की जानकारी ली। सुबह लगभग छह बजे रंजन प्रसाद सिंह व मुन्ना प्रसाद सिंह ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने घटना स्थल का जायजा लेते हुए मंदिर का ताला व चाबी जब्त कर लिया। पूछताछ के क्रम में पुजारी ने अपराधी की पहचान बतायी है। पुलिस राजेंद्र दास को थाने लाकर घटना के बाबत पूछताछ कर रही है।
रामजानकी मंदिर में हुई लूट की घटना को लेकर गंगापुर निवासी रंजन प्रसाद सिंह के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया जारी थी। थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार राय ने बताया कि प्राप्त आवेदन की जांच की जा रही है। इसके बाद प्राथमिकी दर्ज की जायेगी।
८० किलो से अधिक है मूर्तियों का वजन
लूटी गयी मूर्तियों का वजन ८० किलो ग्राम से अधिक आंकी जा रही है। अष्टधातु की इन मूर्तियों की कीमत ग्रामीण तीस लाख रुपये के करीब आंक रहे हैं। ग्रामीणों के मुताबिक भगवान रामचंद्र की मूर्ति सबसे बड़ी थी, जो ३० किलो ग्राम से अधिक ही रही होगी। इसी तरह माता जानकी की मूर्ति का वजन २५ किलो ग्राम बताया जा रहा है। वीर हनुमान की मूर्ति भी कम से कम २५ किलो वजन का होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
स्रोत : लाइव हिन्दुस्थान