माघ कृष्ण पक्ष प्रतिपदा, कलियुग वर्ष ५११५
कराड (महाराष्ट्र) में राष्ट्रीय हिंदु आंदोलन संपन्न !
कराड (जिला सातारा), १२ फरवरी (वार्ता.) – भारतीय संस्कृतिद्वारा प्रदान किए गए त्यौहारोंका मूल उद्देश्य एकदूसरेको प्रेरणा देना, भेंट करना, भाईचारा जगाना है; किंतु ‘मदर्स डे’, ‘रोज डे’, तथा सबसे अधिक धर्महानि करनेवाला ‘वेलेंटाईन डे’ भी मनाया जा रहा है । समाजने अपनी संस्कृति एवं धर्मका विचार करना ही छोड दिया है । प्रशासन भी जानबूझकर इसकी सहायता कर रहा है । हिंदू जनजागृति समितिकी मैं प्रशंसा करता हूं, यह समिति लोगोंमें जागृति कर पाश्चात्त्य संस्कृतिद्वारा होनेवाली सामाजिक हानिकी ओर ध्यान आकर्षित कर रही है, भाजपाके सातारा (महाराष्ट्र) जिला प्रवक्त्ता श्री. नितिन देशपांडेने ऐसा वक्तव्य दिया । वे दत्त चौक कराडमें ९ फरवरीको हिंदू जनजागृति समिति तथा राष्ट्रीय हिंदु आंदोलनकी ओरसे ‘वेलेंटाईन डे’ का विरोध तथा बांगलादेश स्थित अल्पसंख्यक हिंदुओंपर होनेवाले अत्याचार रोकने हेतु किए गए आंदोलनके अवसरपर बोल रहे थे । आंदोलनके पश्चात उपरोक्त्त विषयसे संबंधित आवेदन यहांके तहसीलदार श्री. गायकवाडको प्रस्तुत किया गया । इस आंदोलनमें ५० धर्माभिमानी उपस्थित थे ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात