अगर हिन्दू एेसी ही निद्रिस्त रहा तो ये स्थिती निश्चित ही आ सकती है । क्या आपको और आपकी आने वाली पीढी को इस्लामी देश में रहना है अथवा हिन्दुआें के हिन्दू राष्ट्र में ? यदि हिंदू राष्ट्र अर्थात रामराज्य में रहना है तो उसके लिए अभी से कृतिशील हो जाओ ! सम्पादक, हिन्दू जनजागृति समिति
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल-मुस्लिमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि आरएसएस के लोग महात्मा गांधी के लचीलेपन को देश के बंटवारे का कारण बताते हैं, लेकिन ये उनकी चाल है।
ओवैसी ने कहा कि देश की आजादी में मुस्लिम उलेमाओं ने बड़ा योगदान दिया। आजादी के समय हम मुसलमानों ने जिन्ना की बात नहीं मानी थी और हिंदुस्तान का दामन छोड़कर नहीं गए थे। इसे आरएसएस भूल सकती है, लेकिन हम नहीं भूल सकते।
उन्होंने कहा कि देश में मुस्लिमों की जनसंख्या की दर बढ़ने के बजाय घट रही है । फिर भी २५० साल बाद मुस्लिमों की आबादी हिंदुस्तान में हिंदू आबादी के बराबर हो जाएगी। असदुद्दीन ने उप्र की राजनीति में मेरठ से प्रवेश करने का ऐलान किया। साथ ही आगामी विधानसभा चुनाव में अपने प्रत्याशी उतारने की बात कही।
उन्होंने कहा कि मुझे देश में कहीं भी जाने से कोई नहीं रोक सकता। जब मैं देश की संसद में बोल सकता हूं, तो मेरठ में भी अपनी बात रख सकता हूं। मैं उत्तर प्रदेश में मेरठ से अपनी राजनीति की शुरुआत करता हूं।
स्त्रोत : अमर उजाला